ब्लौसम कोचर से जानिए क्या है अरोमा थैरेपी

डेली लाइफस्टाइल में आप कोशिश करते हैं कि ब्यूटी की प्रौफेशनल टिप्स को फौलो करके अपनी खूबसूरती को और बढ़ाएं. इसीलिए आज हम आपके लिए मशहूर सुन्दरता विशेषज्ञ डौ. ब्लौसम कोचर की ब्यूटी और मेकअप से जुड़ी कुछ पर्सनल टिप्स और अरोमा थैरेपी के बारे में बताएंगे तो पेश है उनसे हुई बातचीत के अंश…

अरोमा थैरेपी क्या है और यह आपने कब शुरू किया?

मैंने आपको बताया कि सुगन्ध से मेरा जुड़ाव बचपन से था. मैं अनेक फूलों के रस का प्रयोग सौन्दर्य के लिए करती थी. नीलगिरी में मैं अनेक तरह की क्रीम बनाती थी और उन्हें खुद पर और अपने क्लाइंट्स पर इस्तेमाल करके देखती थी. इसके अलावा मैं एसेंशियल औयल यूज करती थी. मैं देखती थी कि इससे मेरे क्लाइंट का फेस तो अच्छा हो जाता था, पर यदि वह टेंशन, कोल्ड-कफ या चिड़चिड़ेपन से ग्रस्त है तो उसकी सुन्दरता बहुत देर तक नहीं टिकती थी.

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मैंने महसूस किया कि सिर्फ फेस को चमकाने का कोई फायदा नहीं है. इसके लिए पूरे शरीर और मन को सुन्दर बनाने की जरूरत है. तब मैंने अरोमा थैरेपी की पढ़ाई शुरू की. अरोमा थैरेपी आयुर्वेद का ही एक भाग है. इसके अन्तर्गत मैंने माइंड, बौडी, स्किन और हेल्थ पर वर्क किया. मैंने पाया कि यह तमाम चीजें सुन्दरता के स्थायित्व से जुड़ी हुई हैं. अरोमा थैरेपी देने के बाद आपका कोल्ड-कफ, टेंशन, पेन सब चला जाता है. यह कोई एक दिन का काम नहीं है.

इसके लिए कई दिन का सेशन चलता है, कभी-कभी कई महीने का, मगर उसके बाद आपके सौन्दर्य में स्थायित्व आता है. हमारा सबसे पहला अरोमा थैरेपी सैलून दिल्ली के ताज पैलेस के सामने खुला. जब तक मेरे पति आर्मी में रहे, मैं अपनी फैक्टरी शुरू नहीं कर पायी. मगर उनके रिटायर होने के बाद मैंने कौस्मैटिक फैक्टरी शुरू की. बीस साल से हम अरोमा थैरेपी से जुड़े अपने प्रोडक्ट खुद बना रहे हैं. अब हमने अरोमा थैरेपी हेयर प्रॉडक्ट्स भी बनाने शुरू किये हैं, जिसमें कई एसेंशियल औयल्स को मिक्स करके उनका प्रयोग बालों को लम्बा, घना, सुन्दर, चमकदार और स्वास्थ बनाने के लिए करते हैं.

अरोमा थैरेपी में भारतीय महिलाओं के लिए आप क्या खास प्रोडक्ट्स इस्तेमाल करती हैं?

अरोमा थैरेपी में कई सेक्शन होते हैं. इसमें हम कई तरह के प्रोडक्ट्स इस्तेमाल करते हैं. प्रोडक्ट्स के मामले में सबसे पहले बात करते हैं क्लिंजर की. भारतीय मौसम के अनुसार यहां की महिलाओं को एलोविरा क्लिंजर बहुत सूट करता है. ड्राई वेदर में यह बहुत कारगर है. फिर फेस वौश की बारी आती है. हमने भारतीय ग्राहकों के लिए नीम फेस वौश बनाया है, जो औयली स्किन के लिए है और ऐसी स्किन के लिए जिस पर दाग धब्बे या दाने ज्यादा होते हैं.

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एक्ने के लिए भी नीम फेस वौश बहुत कारगर है. इससे स्किन से दाग-धब्बे खत्म हो जाते हैं. इसके अलावा हमारे पास लैवेंडर फेस वौश और स्ट्रौबेरी फेस वौश है. एबीसी फेस वौश चारकोल से तैयार किया जाता है. यह फेस को बहुत अच्छी तरह साफ करता है. फिर बारी आती है मौइश्चराइजर्स की. मौइश्चराइजर में मुझे इंडियन वुमेन के लिए आमंड मौइश्चराइजर सबसे ज्यादा पसंद है. क्लीनिंग और उसके बाद स्किन की टोनिंग बहुत जरूरी है. डीप क्लीनिंग और उसके बाद टोनर यूज करने से चेहरे पर बहुत ग्लो आता है. क्लिंजर से डीप क्लीनिंग करने पर आपके चेहरे पर लगा मेकअप पूरी तरह हट जाता है.

स्किन गहराई से साफ हो जाती है. मैं सलाह देती हूं कि फेस वौश से चेहरा धोने के बाद टोनर जरूर लगाएं. इंडियन वुमन के लिए हमारे पास रोज टोनर है, एरोमैटिक टोनर है. टोनर को आप सिर्फ अपने फेस पर स्प्रे करते हैं. दरअसल जो पानी हम नहाने या मुंह-हाथ धोने के लिए इस्तेमाल करते हैं उसमें क्लोरीन मिला होता है. क्लोरीन हमारी स्किन को डार्क करती है. जब आप फेस को अच्छी तरह साफ करके टोनर लगाते हैं तो यह क्लोरीन के असर को खत्म कर देता है और आपकी स्किन काली होने से बच जाती है.

भारतीय लड़कियों को मौइश्चराइजर और हैंड एंड बौडी लोशन के साथ फुट क्रीम भी इस्तेमाल करनी चाहिए. हमारे पास कुछ लेवेंडर आयल हैं जो अब गर्मी के मौसम में यूज किये जा सकते हैं. इससे शरीर में किसी भी तरह का तनाव, खिंचाव या दर्द दूर होता है. हमारे पास सैंडल वुड आयल है, जो मन को बड़ी शान्ति प्रदान करता है. जैस्मिन आयल डिप्रेशन को दूर करता है. यह कौन्फिडेंस लेवल को भी बढ़ाता है. रोज़ यानी गुलाब आयल फीलगुड कराता है.

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Edited by Rosy

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