जाड़े के मौसम में अकसर जिन की इम्यूनिटी कमजोर होती है वे बीमार पड़ जाते हैं. इस मौसम में पौल्यूशन भी अपने चरम पर होता है. हवाओं की ठंडक अलग शरीर के काम करने की क्षमता घटा देती है. ऐसे में इम्यूनिटी का मजबूत होना बहुत जरूरी है.
क्या है इम्यूनिटी
दरअसल, इम्यूनिटी हमारे शरीर में मौजूद टौक्सिंस से लड़ने की क्षमता होती है. शरीर में टौक्सिन के बहुत सारे कारण हो सकते हैं, मसलन बैक्टीरिया, वायरस या फिर अन्य नुकसानदेह पैरासाइट्स. शरीर के आसपास बहुत सारे बैक्टीरिया और वायरस मौजूद होते हैं जो हमें कई तरह की बीमारियों से ग्रस्त कर देते हैं. वायु प्रदूषण की वजह से फेफड़े और सांस से जुड़ी समस्याएं भी परेशान कर सकती हैं.
शरीर को इन बाहरी संक्रमणों, प्रदूषण जनित तकलीफों और बीमारियों से बचा कर रखने के लिए शरीर के अंदर एक रक्षा प्रणाली होती है जिसे इम्यून सिस्टम या रोग प्रतिरोधक क्षमता कहते हैं. अगर आप की इम्यूनिटी मजबूत है तो आप बदलते मौसम और प्रदूषण के कारण होने वाली बीमारियों से बचे रहते हैं.
आइए, जानते हैं इम्यूनिटी मजबूत करने के तरीकों के बारे में:
शारीरिक सक्रियता है जरूरी
खुद को स्वस्थ रखने और अपनी इम्यूनिटी को सुधारने के लिए शरीर का सक्रिय रहना जरूरी है. शारीरिक गतिविधि से ऐंडोर्फिन नामक हारमोन का स्राव होता है जिस से तनाव दूर होता है, मन आनंदित रहता है और शरीर की क्षमता बढ़ती है. जब आप काम नहीं करते हैं और भूख लगने पर खाना खा लेते हैं तो आप पेट से जुड़े बहुत सारे रोगों से ग्रस्त हो जाते हैं. शारीरिक निष्क्रियता आप के शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी प्रभावित करती है. इस से बचने के लिए नियमित व्यायाम को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं.
व्यायाम करने से आप का स्टैमिना बढ़ता है. पाचन क्षमता दुरुस्त रहती है. नियमित व्यायाम से पुरानी बीमारियों जैसे मोटापा, टाइप 2 मधुमेह और हृदय रोग के साथसाथ वायरल और बैक्टीरियल संक्रमण होने का खतरा भी कम होता है. अपने व्यायाम में योग और साइक्लिंग के साथ सैर को भी शामिल करें. वयस्कों को प्रति सप्ताह कम से कम ढाई घंटे मध्यम तीव्रता वाले.
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ऐरोबिक व्यायाम: जैसे चलना, टहलना और साइकिल चलाना और सवा घंटा, उच्च तीव्रता वाले ऐरोबिक व्यायाम जैसे दौड़ना चाहिए. इसी तरह हमें प्रतिदिन 4-5 मील चलने की आदत भी रखनी चाहिए. मार्च, 2020 में ‘जर्नल औफ अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन’ में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक रोज आप जितना अधिक चलते हैं आप के समय से पहले मरने की संभावना उतनी ही कम हो जाती है. चलना और व्यायाम करना आप की जिंदगी बढ़ाते हैं.
राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान के अनुसार, सप्ताह में कम से कम 2 बार स्ट्रैंथ ट्रेनिंग भी आप के स्वास्थ्य के लिए वरदान है. यह आप की हड्डियों को मजबूत करती है, बीमारी को दूर रखती है और पाचन में सुधार करती है. क्लीनिकल ऐंड एक्सपैरिमैंटल मैडिसिन में जुलाई, 2020 में प्रकाशित एक समीक्षा के मुताबिक प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने और कोविड-19 जैसे वायरल संक्रमणों से बचाने के लिए मसल्स बिल्डिंग सहित दूसरे व्यायाम भी जरूरी हैं.
भरपूर नींद लें
नींद एक ऐसा समय है जब आप का शरीर प्रमुख प्रतिरक्षा कोशिकाओं और अणुओं जैसे साइटोकिंस (एक प्रकार का प्रोटीन जो सूजन से लड़ सकता है, या बढ़ावा दे सकता है), टी कोशिका (एक प्रकार की सफेद रक्त कोशिका जो प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को नियंत्रित करती है) और इंटरल्यूकिन 12 को नियंत्रित करती है. पर्याप्त आराम पाने से हमारे शरीर की प्राकृतिक प्रतिरक्षा मजबूत हो जाती है.
जब आप पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं तो प्रतिरक्षा प्रणाली ठीक से अपने ये काम नहीं कर पाती और आप के बीमार होने की संभावना अधिक होती है.
बिहेवियरल स्लीप मैडिसिन के जुलाईअगस्त, 2017 अंक में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि स्वस्थ युवा वयस्कों की तुलना में (जिन्हें नींद की समस्या नहीं थी), अनिद्रा से पीडि़त स्वस्थ युवा वयस्कों में टीका लगवाने के बाद भी फ्लू की आशंका अधिक थी.
नींद की कमी भी कोर्टिसोल के स्तर को बढ़ाती है जो निश्चित रूप से इम्यून सिस्टम के लिए भी अच्छा नहीं है. नींद की कमी से हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली खराब हो जाती है और हमारे पास बीमारी से लड़ने या ठीक होने की क्षमता कम हो जाती है.
‘नैशनल स्लीप फाउंडेशन’ सभी वयस्कों को अच्छे स्वास्थ्य के लिए प्रति रात 7 से 9 घंटे की नींद लेने की सलाह देता है. सोने से कम से कम 2 से 3 घंटे पहले इलैक्ट्रौनिक्स बंद करना, फोन से दूरी रखना और हिंसक या तनावपूर्ण सीरियल्स अथवा बातचीत से बचना जरूरी है.
खानपान में बदलाव
अपनी दिनचर्या और खानपान में थोड़ा बदलाव कर आप खुद को स्वस्थ रखने के साथसाथ अपनी इम्यूनिटी को भी सुधार सकते हैं. अपने आहार में उन चीजों को शामिल करें जो आप के शरीर को पोषण प्रदान करने के साथसाथ रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली हों. चिप्स, मैगी, फ्रैंचफ्राइज, पास्ता, पिज्जा, डब्बाबंद आहार, सोडा ड्रिंक आदि को भूल कर भी शामिल न करें. उबले अंडे, मौसमी ताजे फल, दलिया, नट्स, अंकुरित अनाज, सीड्स, मेवे आदि के साथसाथ जूस, लस्सी वगैरह शामिल करें.
इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए अपने आहार में टमाटरों को जरूर शामिल करें. इन में मौजूद लाइकोपीन, विटामिन के, विटामिन सी और फाइबर इम्यूनिटी सुधारने में मददगार साबित होते हैं. इसी तरह संतरा, नीबू, आंवला जैसे खट्टे फलों में विटामिन सी की भरपूर मात्रा होती है, जो हर तरह के संक्रमण से लड़ने वाली श्वेत रक्त कणिकाओं का निर्माण करने में सहायक होती है.
इन सारी चीजों को अपने आहार का नियमित हिस्सा बनाएं. लहसुन भरपूर मात्रा में ऐंटीऔक्सिडैंट बना कर हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक प्रणाली को बीमारियों से लड़ने की शक्ति देता है. इस में एलिसिन नामक ऐसा तत्त्व पाया जाता है जो शरीर को किसी भी प्रकार के संक्रमण और बैक्टीरिया से लड़ने की शक्ति प्रदान करता है. इसी तरह पालक, मशरूम, स्प्राउट्स आदि भी आप को अंदर से मजबूत बनाते हैं.
खुश रहें
जब भी मौका मिले खुल कर हंसने का प्रयास करें. ऐसा करने से आप तनाव को कम कर सकती हैं और लंबे समय तक बीमारी के प्रति कम संवेदनशील हो जाते हैं. इस के अलावा अपने रिश्तों को समय दें. सामाजिक संबंधों से सामाजिक समर्थन की भावना बढ़ सकती है. दिल से खुश रहेंगे तो शरीर मजबूत रहेगा और वातावरण में मौजूद बीमारियों के वायरस आप पर आक्रमण नहीं कर सकेंगे.
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प्रकृति के साथ समय बिताएं
अपने इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाने के लिए प्रकृति के साथ अधिक समय बिताएं. प्राकृतिक वातावरण हमें शुद्ध वायु और प्रसन्न मन देता है. पेड़पौधों का सामीप्य हमें कई तरह से रोगमुक्त करता है, हमारे श्वसनतंत्र को मजबूत बनाता है. रोजाना थोड़ी देर धूप में बैठें ताकि आप का सामना सूर्य की अल्ट्रावायलेट किरणों से हो. धूम विटामिन डी का बेहतरीन स्रोत होती है जो हड्डियों को मजबूती देने के साथसाथ प्रतिरक्षा प्रणाली को भी दुरुस्त करती है.
गंदगी से रहें दूर
अपने आसपास का वातावरण साफसुथरा रखने के अलावा अपनी शारीरिक स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें क्योंकि बहुत सारी बीमारियों का कारण गंदगी होती है.