जमाना चाहे बदल जाए लेकिन लंबे, घने व काले बालों का फैशन कभी आउट नहीं होता है. लेकिन क्या करें हमारी भागदौड़ भरी जिंदगी, धूलमिट्टी, प्रदूषण व कैमिकल वाले प्रोडक्ट्स के ज्यादा इस्तेमाल करने के कारण हमारे बालों की नैचुरल ब्यूटी, शाइन, सौफ्टनैस धीरेधीरे गायब होने लगती है, जो हमारी खूबसूरती को कम करने का काम करती है. ऐसे में अगर आप अपने बालों को सुंदर बनाना चाहती हैं तो हेयर केयर के लिए ऐसे शैंपू का इस्तेमाल करें जो नैचुरल इन्ग्रीडिऐंट्स से बने हों, जैसे:
ग्रीन ऐप्पल:
ग्रीन ऐप्पल में विटामिन ए, सी, फाइबर, प्रोटीन, पोटैशियम, आयरन होने के कारण यह सेहत के लिए काफी लाभकारी होता है. इस से शरीर की न्यूट्रिशन संबंधित जरूरतें पूरी होती हैं. ग्रीन ऐप्पल ऐक्सट्रैक्ट आप की स्कैल्प को क्लीन करने के साथसाथ आप के बालों में मौजूद ऐक्स्ट्रा औयल को रिमूव कर के बालों को फ्रैश लुक देने का भी काम करता है. इस में बालों को मौइस्चराइज करने वाली प्रौपर्टीज होती है, जिस से डैमेज बाल रिपेयर होते हैं. साथ ही यह आप के बालों को वौल्यूम प्रदान कर के उन्हें सिल्की व शाइनी बनाने का काम भी करता है.
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ऐलोवेरा:
ऐलोवेरा में प्रोटोलिटिक ऐंजाइम्स होते हैं, जो स्कैल्प पर मौजूद डैड स्किन सैल्स को रिमूव कर के स्कैल्प पर होने वाले डैंड्रफ व जलन को कम करने का काम करते हैं. इसे अगर बैस्ट हेयर कंडीशनर कहा जाए तो गलत नहीं होगा, क्योंकि यह हेयर ग्रोथ को प्रमोट कर के प्रदूषण व कैमिकल्स के ज्यादा इस्तेमाल करने के कारण बालों में जो ड्राइनैस आ जाती है उसे कंट्रोल कर के बालों को सौफ्टनैस प्रदान करने का काम करता है. इस में विटामिनट बी12 और फौलिक ऐसिड होने के कारण यह बालों को झड़ने से भी रोकता है.
टीट्री औयल:
अगर शैंपू में टीट्री औयल मिला हो, तो वह बालों से कैमिकल के इफैक्ट को कम करने के साथसाथ स्कैल्प से डैड स्किन को भी रिमूव करता है. खास बात यह है कि यह बालों को हैल्दी व मौइस्चराइज रखता है, जिस से हैल्दी सैल्स प्रमोट होने से बालों की अच्छी ग्रोथ होती है. टीट्री औयल ब्लड फ्लो को इंप्रूव कर के व न्यूट्रिएंट्स को हेयर फौलिकल्स तक पहुंचाने का भी काम करता है. स्कैल्प के पीएच लैवल को बैलेंस में रखने में भी सक्षम है.
नीबू:
नीबू में मौजूद सिट्रिक ऐसिड नैचुरल ब्लीच का काम करता है, जिस से धीरेधीरे ग्रे हेयर की प्रौब्लम कम होती जाती है. इस में ऐंटीमाइक्रोबियल प्रौपर्टीज होने के कारण यह स्कैल्प को क्लीन करने का काम करता है, साथ ही हेयर फौलिकल्स को टाइट कर के बालों को डैंड्रफ से बचाता है. यह कोलेजन प्रोडक्शन को भी प्रमोट कर के डैमेज स्किन सैल्स को रिपेयर करता है. 2015 के एक अध्ययन के अनुसार नीबू में मौजूद सिट्रिक ऐसिड स्कैल्प के लिए नैचुरल पीएच ऐडजस्टर का काम करता है. इसलिए नीबू युक्त शैंपू काफी असरदार साबित होता है.
आंवला:
यदि आप आंवला युक्त शैंपू का इस्तेमाल करती हैं तो यह आप के ब्लड को प्यूरीफाई करने के साथसाथ आप के बालों के नैचुरल कलर को मैंटेन रखने का काम भी करता है, जिस से आप के बाल सफेद नहीं होते हैं. आंवले में पाया जाने वाला विटामिन सी कोलेजन प्रोटीन का उत्पादन करता है, जो बालों की लंबाई, उस के वौल्यूम व न्यू हेयर सैल्स को प्रमोट करने में मददगार होता है.
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वीट प्रोटीन:
यह प्रोटीन आप के बालों के मौइस्चर को मैंटेन रखने का काम भी करता है. इस से बाल ज्यादा घने, सिल्की भी नजर आते हैं. अगर आप के बालों में ज्यादा ड्राइनैस है या वे कर्ली हैं तो वीट प्रोटीन आप के बालों को वौल्यूम देने के साथसाथ बालों की हैल्थ का भी ध्यान रखेगा. यह बालों में फ्रिजीनैस, उन्हें उलझने और टूटने से रोकता है. कह सकते हैं कि यह बालों में नई जान डालने का काम करता है.
कोकोनट औयल शैंपू:
कोकोनट औयल शैंपू डैंड्रफ को कंट्रोल करने के साथसाथ बालों को मौइस्चर प्रदान करने का भी काम करता है. यह स्प्लिट ऐंड्स की समस्या से भी नजात दिलाता है, साथ ही यह हर तरह के बालों में प्रोटीन की कमी को दूर करने का भी काम करता है, जो हैल्दी बालों के लिए बहुत जरूरी होता है. इस से धीरेधीरे बालों की फ्रिजीनैस भी कम हो जाती है और बाल ज्यादा चमकदार व हैल्दी दिखने लगते हैं. इन सभी गुणों से युक्त शैंपू खरीदना चाहती है तो रोजा हर्बलकेयर आंवला शिकाकाई, रोजमैरी, सोया प्रोटीन, हीना तुलसी, हेयर ऐंड स्कैल्प, कोकोनट, व्हीट प्रोटीन, ग्रीन ऐप्पल शैंपू आप के लिए सही विकल्प हो सकते हैं.