भाभी की एक ख्वाहिश के कारण मैं परेशान हो गया हूं, मैं क्या करुं?

सवाल

मैं विवाहित पुरुष हूं. विवाह को 8 वर्ष हो गए हैं. 7 साल का एक बच्चा है. मैं बच्चे व पत्नी से बहुत प्यार करता हूं. मेरी समस्या मेरी दूर के रिश्ते की भाभी को ले कर है. उन के विवाह को 10 वर्ष हो गए हैं लेकिन वे अभी तक मां बनने का सुख हासिल नहीं कर पाई हैं. मैडिकल जांच में भाभी के पति में कमी पाई गई है. भाभी चाहती हैं कि मैं उन का साथ दूं ताकि वे मां बनने का सुख हासिल कर सकें. मुझे समझ नहीं आ रहा कि मैं क्या करूं, सलाह दें.

जवाब

आप अपने वैवाहिक जीवन में सुखी हैं तो फिर बैठे बिठाए अपने वैवाहिक जीवन को क्यों बरबाद करना चाहते हैं. आप की भाभी का मां बनने को ले कर आप से जो प्रस्ताव है वह पूरी तरह से गलत है. ऐसा करने से आप की हंसती खेलती गृहस्थी बरबाद हो जाएगी.

जहां तक भाभी के मां बनने का सवाल है उस के लिए मैडिकल औप्शन उपलब्ध है जैसे आईवीएफ. वे इस उपाय को अपना सकती हैं. इस से आप की खुशहाल गृहस्थी में भी कोई आंच नहीं आएगी और आप की भाभी मां बनने का सुख हासिल भी कर सकेंगी. आप भूल कर भी अपनी भाभी के प्रस्ताव को न स्वीकारें. इस से न केवल आप पति पत्नी के रिश्ते में दरार आएगी, बल्कि आप के अपने दूर के भाई से भी संबंध बिगड़ते देर नहीं लगेगी.

ये भी पढ़ें- 

संध्या की आंखों में नींद नहीं थी. बिस्तर पर लेटे हुए छत को एकटक निहारे जा रही थी. उस की समझ में नहीं आ रहा था कि वह क्या करे, जिस से वह आकाश के चंगुल से निकल सके. वह बुरी तरह से उस के चंगुल में फंसी हुई थी. लाचार, बेबस कुछ भी नहीं कर पा रही थी. गलती उस की ही थी जो आकाश को उसे ब्लैकमेल करने का मौका मिल गया. वह जब चाहता उसे एकांत में बुलाता और जाने क्याक्या करने की मांग करता. संध्या का जीना दूभर हो गया था. आकाश कोई और नहीं उस का देवर ही था. सगा देवर. एक ही घर, एक ही छत के नीचे रहने वाला आकाश इतना शैतान निकलेगा, संध्या ने कल्पना भी नहीं की थी. वह लगातार उसे ब्लैकमेल किए जा रहा था और वह कुछ भी नहीं कर पा रही थी. बात ज्यादा पुरानी नहीं थी. 2 माह पहले ही संध्या अपने पति साहिल के साथ यूरोप ट्रिप पर गई थी. 50 महिलापुरुषों का गु्रप दिल्ली इंटरनैशनल एअरपोर्ट से रवाना हुआ.

पूरी कहानी पढ़ने के लिए- सबक: संध्या का कौनसा राज छिपाए बैठा था उसका देवर

अगर आपकी भी ऐसी ही कोई समस्या है तो हमें इस ईमेल आईडी पर भेजें- submit.rachna@delhipress.biz   सब्जेक्ट में लिखे…  गृहशोभा-व्यक्तिगत समस्याएं/ Personal Problem

बीवी जब जीजा, साढ़ू की दीवानी हो

लेखक- धीरज कुमार

अंजली की नईनई शादी हुई थी. उस की दिलचस्पी नए घरपरिवार में सामंजस्य बैठाने में कम थी, अपने बड़े जीजा से मोबाइल पर बात करने में ज्यादा थी. जब तक उस का जीजा मोबाइल पर ‘किस‘ नहीं देता था, वह खाती भी नहीं थी.

शादी के कुछ दिन बाद ही उस का जीजा उस से मिलने आ गया था. घर के लोगों ने यह समझा कि ससुराल में अंजली नईनई आई है, इसलिए उस का मन नहीं लग रहा है. इसलिए उस का जीजा मिलने आ गया है.

उस दिन उस का पति काम पर गया था. कुछ जरूरी काम होने के कारण फैक्टरी से पहले लौट आया था, तो उस ने देखा कि उस की पत्नी अंजली अपने जीजा के साथ आपत्तिजनक स्थिति में है.

फिर क्या था…? पतिपत्नी में काफी लड़ाईझगड़ा हुआ. हलांकि उस का साढ़ू मौके की नजाकत को समझ कर वहां से खिसक चुका था. परंतु पतिपत्नी में काफी तनाव भर गया था. दोनों के रिश्ते बिगड़ने लगे थे.

शादी के बाद जीजा से हंसीमजाक करना तो ठीक है, परंतु एकदूसरे से प्यार करना और जिस्मानी संबंध बनाना काफी नुकसानदायक है. शादी के बाद कोई भी पति अपनी पत्नी को किसी के प्रति ऐसा लगाव पसंद नहीं करता है. वह चाहता है कि उस की पत्नी सिर्फ उसी से प्यार करे. यह पुरुष का स्वाभाविक गुण है. पुरुष ही क्यों, कोई भी पत्नी अपने पति को दूसरे के साथ रिश्ता रखना पसंद नहीं करती है. यही बातें पुरुषों पर भी लागू होती हैं.

सरला सरकारी स्कूल में पढ़ाती है. जब वह घर से निकलती है, तो उस के कान मोबाइल पर ही लगे रहते हैं. बस पकड़ने से ले कर स्कूल पहुंचने तक वह मोबाइल पर ही लगी रहती है. एक दिन सड़क पार करते हुए दुर्घटना होने से वह बालबाल बची थी.

ये भी पढ़ें- सिंगल मदर ऐसे बढ़ाएं दायरा

जब इस की जानकारी उस के पति को हुई, तो उस ने सड़क पर चलते हुए मोबाइल पर बात करने से मना किया. फिर भी इस में कोई सुधार नहीं हुआ. तब उस ने उस के मोबाइल काल डिटेल को खंगालना शुरू किया.

सरला के काल डिटेल से पता चला कि दिनभर में लगभग 2 से ढाई घंटे तक वह अपने जीजा से बात करती रहती है. आखिर इतनी बातचीत जीजा से क्यों? तभी उसे समझ में आया कि जब भी वह मोबाइल पर काल करता है, तो उस का मोबाइल बिजी बताता है.

उस के पति का शक और गहराने लगा, जब सैलरी मिलते ही कोई न कोई गिफ्ट अपने दीदी और जीजा के लिए जरूर खरीदती है और अपने बहन के यहां जाने की बातें करती है. बातबात में अपने जीजा का उदाहरण देती है. इसीलिए अब पतिपत्नी के बीच खटास पैदा होने लगा था. उस का पति समझदार था, इसीलिए उस ने समझाने की कोशिश की.

जीजासाली का रिश्ता ही कुछ ऐसा होता है, जिस में दोनों को मीठीमीठी बातें करने की छूट रहती है. इसीलिए घर के लोग भी अनदेखा करते हैं, परंतु कुछ चालाक किस्म के जीजा अपनी सालियों के साथ जिस्मानी संबंध तक बना लेते हैं, जबकि ऐसी स्थिति रिश्ते की मर्यादा को तारतार कर देती है.

जब लड़की कुंवारी रहती है, तो कुछ बातें तो छुपाई जा सकती हैं, किंतु विवाह के बाद लड़की पराए घर की हो जाती है. वहां उस का अपना घरपरिवार होता है, वहां उस का पति होता है. उस नवविवाहिता का पूरा ध्यान अपने घरपरिवार में ही रहना चाहिए. हां, अपने जीजा से संबंध मर्यादित ही होना चाहिए. संबंध ऐसा होना चाहिए, जिस से रिश्ते में खटास नहीं आए. उस के परिवारिक जीवन को तहसनहस न करें.

कई बार देखा गया है कि लड़कियां अपनी बड़ी बहन की शादी के बाद जीजा से लगाव तो रखती हैं, परंतु यह लगाव इतना बढ़ जाता है कि अपनी शादीशुदा जिंदगी में भी आग लगा लेती हैं. ससुराल वाले भी इतना लगाव जीजा के साथ उचित नहीं समझते हैं. कभीकभी यह लगाव उन्हें कहीं का नहीं छोड़ता है. नतीजतन, दोनों परिवारों के बीच झगड़े का रूप ले लेता है.

जूही को अपने जीजा से काफी लगाव हो चुका था. जब उस की शादी हो गई तो भी अपने जीजा से लगाव कम नहीं हुआ था. उन दिनों वह अपने ससुराल से बड़ी बहन के बच्चा जन्मने के समय जीजा के घर आई थी. उस के जीजा ने उसे इधरउधर खूब घुमायाफिराया. होटल, रेस्त्रां में खिलायापिलाया. उस की बड़ी बहन जब अस्पताल में भरती थी, तो जीजा से उस के जिस्मानी संबंध भी बन गए थे. एक दिन जीजा ने बहलाफुसला कर उस से मंदिर में शादी कर ली.

जब इस बात की जानकारी जूही के पति को हुई, तो काफी झगड़ा हुआ. यह मामला कोर्ट तक चला गया. इस के बाद जूही का पति अपने घर ले जाने के लिए तैयार नहीं हुआ.

ये भी पढ़ें- ननद भाभी : तकरार नहीं बढ़े प्यार

इस प्रकार जूही ने अपनी बड़ी बहन के साथसाथ खुद की भी खुशहाल जिंदगी बरबाद कर ली. इस का आभास उसे कुछ ही दिन बाद होने लगा था, क्योंकि जो अपनापन, प्यार, दुलार अपनी बड़ी बहन से प्राप्त कर रही थी, वह कुछ ही दिन में झगड़े में बदल गए थे. हालांकि इस बात से साफ हो गया था कि उस का जीजा काफी चालाक इनसान था.

इसलिए हर लड़की को इस बात का ध्यान अवश्य रखना चाहिए कि अपने जीजा के साथ लगाव इतना ही रखना चाहिए, जिस से मनोरंजन हो सके. हंसीमजाक, ठिठोली तक तो ठीक है, इस के बाद मर्यादा का उल्लंघन करना रिश्ते को जोखिम में तो डालना है ही, साथ ही, लड़की का भविष्य भी खराब हो सकता है. लड़की कहीं की नहीं रह जाती है.

कई बार तो ऐसा होता है कि लड़की की शादी के बाद किसी प्रकार से उस के पति को पता चल जाता है, तो भी शादीशुदा जिंदगी में खटास पैदा होने लगती है. इसलिए हर हाल में लड़की को मर्यादित व्यवहार करना चाहिए.

जीजा के साथ रिश्ता अमर्यादित नहीं होना चाहिए, क्योंकि अमर्यादित रिश्ते की भनक जब परिवार के लोगों को हो जाती है, तो दोनों परिवारों में तल्खी आ जाती है. रिश्ते बदनाम हो जाते हैं सो अलग. जब कभी एकदूसरे की मदद की जरूरत पड़ती है, तो चाहते हुए भी पीछे हट जाना पड़ता है. रिश्ते में आई खटास के कारण ऐसा होता है.

दोनों परिवारों के बीच संबंध मधुर बना रहे, इस की जिम्मेदारी सिर्फ लड़की की ही नहीं है, बल्कि लड़के यानी जीजा की भी होनी चाहिए. जीजा को भी सोचना चाहिए कि उस की पत्नी की बहन आधी घरवाली नहीं है, बल्कि सिर्फ उस की पत्नी की बहन है. उस की इज्जत का खयाल रखना उस की भी जिम्मेदारी है.

शुरू में तो मातापिता लड़कियों को काफी बंदिशों में रखते हैं. लेकिन उस घर में बेटी का पति आता है, तो उस का चरित्र जाने बिना ही अपनी बेटी को उस के साथ घूमनेफिरने की काफी छूट दे देते हैं, जबकि ऐसी स्थिति में भी मां का दायित्व बनता है कि बेटी को यह सीख देनी चाहिए कि अपने जीजा के साथ भी संतुलित व्यवहार रखना उचित है. जीजा भी आम इनसान है. जिस प्रकार से दूसरे लोगों से बचने का प्रयास करती है, वैसे ही जीजा से भी खुद को बचाए रखना जरूरी है. यही बातें शादी के बाद भी याद रखना जरूरी है.

देखा गया है कि ऐसे हालात में कई बार झगड़े की नौबत आ जाती है. पति अपना आपा खो देता है और पत्नी से लड़ाईझगड़ा करने लगता है. कभीकभी पतिपत्नी के बीच के ये झगड़े कानूनी विवाद का रूप भी ले लेते हैं. ऐसे में बच्चों पर भी बुरा असर पड़ता है. लेकिन ऐसी स्थिति में पति को भी शांत रहना चाहिए और अपने परिवारिक जीवन को बचाने का प्रयास करना चाहिए.

ये भी पढ़ें- कहीं आपकी ये आदत आपको अपने बच्चो से दूर न कर दे

पत्नी को भरपूर प्यार मिले, इस का ध्यान रखना चाहिए. अकसर विवाहित औरतें अपने पति से शारीरिक जरूरतें पूरी न होने के कारण अपने जीजा से संबंध रखना उचित समझती हैं. लेकिन ऐसा सब के साथ नहीं होता है. कभीकभी जीजा की मीठीमीठी बातों के कारण भी पत्नी बहक जाती है. थोड़ा संयम से काम लिया जाए, तो ऐसी परिस्थिति को टाला जा सकता है और पुनः सुखमय जीवन जिया जा सकता है.

अनलिमिटेड कहानियां-आर्टिकल पढ़ने के लिएसब्सक्राइब करें