सोने के गहने आमतौर पर त्योहारों या खास अवसरों पर ही पहने जाते रहे हैं, लेकिन अब महिलाओं में उन्हें रोजाना पहनने का चलन भी बढ़ता जा रहा है. इसी को देखते हुए ज्वैलरी मेकर्स द्वारा ग्राहकों की पसंद को ध्यान में रख कर सोने के शानदार गहने बनाने का चलन बढ़ा है.
सोने के गहने आमतौर पर टूटते नहीं हैं और उन की चमक भी फीकी नहीं पड़ती. लेकिन रोजाना इस्तेमाल करने पर वे तेल, धूल और ग्रीस के संपर्क में तो आते ही हैं. इस बात को ध्यान में रख कर सोने के गहनों की उचित तरीके से देखभाल करनी चाहिए, जिस में समयसमय पर सफाई भी शामिल है. ऐसा करने से आप के गहने जीवन भर आप का साथ देंगे और अपना गौरव बनाए रखेंगे.
गहनों की देखभाल के लिए इन बातों पर ध्यान दें:
1. नहाने से पहले सोने के गहनों को उतार देना चाहिए, क्योंकि साबुन और कैमिकल्स के संपर्क में आने से सोने की चमक फीकी पड़ जाती है और इस से आभूषणों को जल्दीजल्दी साफ करने की जरूरत पड़ती है.
2. क्लोरीन से सोने का रंग स्थायी रूप से फीका पड़ जाता है, इसलिए हौट टब या स्विमिंग पूल में जाने से पहले गहने उतार दें.
3. यदि सोने के गहनों की चमक फीकी पड़ रही हो तो उन्हें सांभर के नरम कपड़े से रगड़ें. इस से गहने चमक उठेंगे और अधिक सफाई की जरूरत नहीं पड़ेगी.
4. एक छोटी कटोरी में गरम पानी लें और उस में सौम्य डिश वाशिंग डिटर्जैंट की कुछ बूंदें डालें. कुछ ज्वैलरी स्टोर्स सोने के गहनों को साफ करने के लिए पानी में अमोनिया की कुछ बूंदें भी मिलाने का सुझाव देते हैं, लेकिन कुछ स्टोर्स अमोनिया के इस्तेमाल को अनुचित बताते हैं. लेकिन सोने के गहनों की सफाई के लिए सौम्य डिश डिटर्जैंट का उपयोग दुनिया भर में किया जाता है और यह एक स्वीकार्य विकल्प है.
5. सोने के सभी गहनों को एकसाथ कटोरी में न डालें. इस से उन में खरोंच पड़ सकती है.
6. टूथब्रश से गहनों को साफ करने से भी उन पर खरोंच पड़ सकती है. यदि आप के पास कोई भारी आभूषण है, जिस में कई दरारें और छिद्र हैं, तो बच्चों के मुलायम ब्रिसल्स वाले टूथब्रश का इस्तेमाल गहने साफ करने के लिए किया जा सकता है.
7. सोने के गहनों को हलके हाथों से गरम पानी से तब तक धोएं जब तक कि झाग के सारे निशान चले नहीं जाते और पानी साफ नहीं आने लगता.
8. यदि आप को लगता है कि आप गहनों की अच्छी तरह सफाई नहीं कर सकती हैं, तो ज्वैलर के पास जाएं. वह उन्हें पेशेवर तरीके से साफ कर देगा.
सोने के गहनों की देखभाल भी उसी तरह से महत्त्वपूर्ण है, जैसे नियमित तौर पर उन की साफसफाई करना. खरोंच या रगड़ लगने से गहनों को सब से अधिक नुकसान पहुंचता है, इसलिए प्रत्येक आभूषण को मुलायम कपड़े के बक्से में एकदूसरे से अलग कर संभाल कर रखें. यदि आप सभी गहनों को एकसाथ रखना चाहती हैं, तो हरेक को टिशू पेपर या मुलायम कपड़े में लपेट कर सुरक्षित तरीके से रखें.
गहने खरीदते समय
आइए अब जानें कि गहने खरीदते वक्त आप किन बातों पर ध्यान दें, जिस से नकली गहनों से बचें:
गहने खरीदते समय 5 निशानों/स्टैंप्स की जांच करनी चाहिए जोकि गहनों पर अंकित होते हैं:
1. शुद्धता का निशान या नंबर, जैसे कि 24 कैरेट, 22 कैरेट आदि.
2. हौलमार्किंग सैंटर का लोगो.
3. ज्वैलर का लोगो.
4. निर्माण का वर्ष.
5. बीएसआई ट्राईएंगल, जोकि हौलमार्किंग सैंटर द्वारा उकेरा जाता है.
सोने का परीक्षण कैरैटमीटर में भी किया जा सकता है, जिस में सोने की शुद्धता और सोने का मैटल कैरेट शामिल है.
टच स्टोन टैस्ट: सोने का कोई भी आभूषण लें और उसे ब्लैक टच स्टोन पर रगड़ें. फिर ग्लास स्टिक से टच स्टोन पर नाइट्रिक ऐसिड डालें और ग्लास स्टिक से ही इस पर नमक का पानी डालें. यदि टच स्टोन पर कोई प्रतिक्रिया नहीं होती है, तो सोने की गुणवत्ता अच्छी है. यदि उस का रंग हरा हो जाता है, जो उस की शुद्धता कम है. यदि कुछ नजर नहीं आता, तो सोने का आभूषण संदिग्ध है.
-प्रेरणा मखारिया
मैनेजर, प्रोडक्ट डैवलपर, तारा ज्वैलर्स