ओटीटी पर सेंसर का आना सही होगा– वेरोनिका वानिज

 वेब सीरीज ‘स्मार्टफोन’ से अभिनय कैरियर में कदम रखने वाली मॉडल और अभिनेत्री वेरोनिका वानिज मुंबई की हैं. बचपन से ही अभिनय की इच्छा रखने वाली वेरोनिका को हमेशा अपने माता-पिता का सहयोग मिला है. उनका असली नाम निज्रा मिश्रा है, जिसे बाद में वेरोनिका ने ही खुद बदला है. अभिनय के अलावा वह फिटनेस फ्रीक भी है. उसे बिना वर्कआउट के एक दिन भी बिताना पसंद नहीं. अभी उनकी वेब सीरीज ‘जो हुक्म मेरे आका’ रिलीज पर है. पेश है उनसे हुई बातचीत के कुछ अंश. 

सवाल-अभी आप क्या कर रही है?

मैंने अभी इस वेब सीरीज का काम खत्म किया है और आगे भी कई वेब सीरीज का काम चल रहा है. इसमें मैंने अभिनेता श्रेयस तलपडे और कृष्णा अभिषेक के साथ काम किया है. इसमें मेरी भूमिका एक मॉडर्न और स्टाइलिश लड़की की है, जो बिगड़ी हुई है और उसे ठीक करने की कोशिश उसका भाई कर रहा है. असल में ये एक कॉमेडी सीरीज है. 

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सवाल-आप इस किरदार से कितना जोड़ पाती है?

मुझे थोड़ी सी भी मुश्किल नहीं हुई, क्योंकि ये मेरा ही चरित्र है. मैं जैसी रियल लाइफ में हूं, वैसी ही मुझे अभिनय करना पड़ा.

सवाल-एक्टिंग में आना एक इत्तफाक था या बचपन से सोचा था?

इत्तफाक तो नहीं था, क्योंकि मैं डिफेन्स बैकग्राउंड से हूं, जहाँ मेरे पिता एयरफोर्स पायलट थे. वहां कई बार कुछ अवसर पर फंक्शन हुआ करता था. मैं उसमें भाग लेती थी और मेरे अभिनय को सभी सराहते थे. इससे मैंने सोच लिया था कि मुझे एक्टिंग ही करनी है.

सवाल-परिवार का सहयोग कितना रहा?

परिवार का बहुत सहयोग रहा. मेरे पिता अजय कुमार मिश्रा चाहते थे कि मैं पायलट बनूँ, पर माँ सीमा मिश्रा ने सपोर्ट किया. बाद में पिता ने भी मना नहीं किया. मेरा हमेशा से ‘फेम’ को पाना एक उद्देश रहा है. अपने व्यक्तित्व को सबके सामने लाना चाहती थी, इसलिए मैं एक्ट्रेस बनी.

सवाल-कितना संघर्ष रहा? आउटसाइडर होने की वजह से कोई समस्या आई?

एक अच्छा प्रोजेक्ट मिलने के लिए संघर्ष बहुत अधिक रहा. डेढ़ साल तो मुझे इंडस्ट्री को समझने में चले गए. कैसे काम मिलता है, कैसे ऑडिशन दिया जाता है आदि देखना पड़ा.  पहले मैंने एक चैनल के लिए एंकरिंग की, इससे मेरे अंदर कैमरा फेस करने की कॉन्फिडेंस आई. इसके बाद मुझे काम मिलने लगा. 

हर इंसान की जर्नी अलग होती है. किसी को जल्दी और किसी को देर से काम मिलता है. मुझे कोई समस्या नहीं हुई. यहाँ लोगों का सहयोग भी मिला है. अच्छा और बुरा हर इंडस्ट्री में होता है. मैं इसके पॉजिटिव साइड को देखना पसंद करती हूं. इसके अलावा मेरा परिवार मेरे साथ है और सहयोग भी मिल रहा है.  

सवाल-पहला ब्रेक कैसे मिला?

डेढ़ साल के बाद मुझे वेब सीरीज स्मार्टफोन में निर्देशक अंकुश भट्ट ने काम करने का मौका दिया. इसमें कई बड़े-बड़े कलाकार मेरे साथ थे और बहुत कुछ सीखने को मिला. इसके बाद म्यूजिक वीडियो किया और अब ये वेब सीरीज मिला है. आगे भी कई फिल्में और वेब सीरीज है.

सवाल-इंडस्ट्री में आने के बाद आपकी सोच पहले से कितनी बदली है?

मुझे पहले लगा था कि सबकुछ आसान होगा और जाते ही काम मिल जायेगा, लेकिन यहाँ आने पर संघर्ष का दौर शुरू हुआ. यहाँ एक मौका मिलना ही काफी मुश्किल होता है. मेहनत और लक ये दो चीजे यहाँ काम करती है. अभी मैं पहले से थोड़ी प्रैक्टिकल हो चुकी हूं. पहले हवा में उडती थी. अब सब साफ़ हो चुका है.

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सवाल-रिजेक्शन का सामना कैसे किया? 

शुरू में तो बहुत रिजेक्शन रहा, इससे मुझे स्ट्रेस भी हुआ. मैं ऑडिशन देने से डरती थी. कैमरे के आगे जाने पर घबरा जाती थी और कुछ बोल नहीं पाती थी. ऑडिशन देते-देते पता चला कि ये आपके जीवन का एक पाठ है, जिससे बहुत कुछ सीखने को मिलता है. टेली शोपिंग की एंकरिंग ने मुझे बहुत कुछ सिखाया है. मैं कैमरा फ्रेंडली हुई. 

सवाल-वेब सीरीज में इंटिमेट सीन्स बहुत होते है, उसे करने में कितनी सहज है?

अन्तरंग दृश्यों का अलग-अलग कैटिगोरी होती है. एक्ट्रेस होने के नाते मुझे कुछ जरुरी इंटिमेट सीन्स करने के लिए मैं राजी हूं. आजकल ओटीटी पर बहुत अधिक सेक्स और वायलेंस वाले सीन्स दिखाए जाते है, जिसके लिए सेंसर का आना सही होगा. 

सवाल-क्या कोई ड्रीम है?

मुझे हिंदी सिनेमा में वुमन ओरिएंटेड फिल्मों में काम करने की इच्छा है. मैं प्रियंका चोपड़ा और दीपिका पादुकोण की तरह फिल्में करना चाहती हूं. 

सवाल-लॉक डाउन में क्या-क्या किया है?

मुझे खाना बनाना नहीं आता था, इसलिए माँ से खाना बनाना सीखा. 

सवाल-आप फिटनेस लवर है, इसके लिए क्या करती है?

मैं मार्शल आर्ट करती हूं. मैं सुबह उठकर 2 घंटे वर्कआउट करती हूं, जिसमें कर्दियों, रनिंग, मार्शल आर्ट, बॉक्सिंग, जिमिंग आदि होता है.  

सवाल-डाइट का ध्यान कैसे रखती है?

मैं हाई प्रोटीन और लो कार्ब फोलो करती हूं. इसके अलावा मैं वेजिटेरियन भी हूं. होममेड फ़ूड टोफू, पनीर, पल्सेस और स्प्राउट्स लेती हूं.

सवाल-समय मिलने पर क्या करती है?

समय मिलने पर मैं फिल्में देखना पसंद करती हूं.

सवाल-तनाव होने पर क्या करती है?

स्ट्रेस होने पर मैं अपने परिवार के साथ बात करती हूं, इससे स्ट्रेस निकल जाता है.

सवाल-आप कितनी फैशनेबल है?

मुझे फैशन बहुत पसंद है. मुझे जो अच्छी और आरामदायक होने की जरुरत है. 

सवाल-क्या यूथ के लिए कोई मेसेज देना चाहती है?

जब भी आप कही बाहर जाएँ, अपना होमवर्क जरुर कर लें, ताकि आपको नए शहर में किसी प्रकार की कठिनाई न हों और अपनी सोच प्रैक्टिकल रखें. 

सवाल-नए साल का रेजोल्यूशन क्या है?

मैं पूरे साल काम करूँ और कभी खाली न बैठू.

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