रोने-धोने वाले रोल नहीं करना चाहतीं ‘सैराट’ एक्ट्रेस रिंकू राजगुरू

14 साल की उम्र में मराठी भाषा की फिल्म ‘सैराट’ में एक्टिंग कर हंगामा मचा देने वाली रिंकू राजगुरू तीन साल बाद अब मराठी भाषा की फिल्म ‘कागर’ से वापसी कर रही हैं. साल 2016 में रिलीज फिल्म ‘सैराट’ एक लव स्टोरी बेस्ड फिल्म थी, जबकि 26 अप्रैल को रिलीज होने वाली फिल्म ‘कागार’ एक सोशल पौलिटिक्ल बेस्ड फिल्म है, पर इसमें एक प्यारी सी लव स्टोरी भी है.

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इंटर की परीक्षा देने के बाद फिल्म ‘कागर’ की रिलीज को लेकर उत्साहित 17 वर्षीय रिंकू राजगुरू का दावा है कि वह परदे पर आंसू बहाने वाली लड़की के किरदार नहीं निभा सकती. उनका कहना है,‘‘ फिल्म ‘सैराट’ से मुझे इतनी लोकप्रियता मिली कि मुझे स्कूल जाना बंद करना पड़ा और फिर मैंने प्राइवेट से पढ़ाई करनी शुरू की. इस बार मैने इंटर की परीक्षा दी है. जहां तक सवाल ‘सैराट’ और ‘कागर’ के बीच तीन साल के गैप का है, तो मैं बहुत चुनिंदा फिल्में करना चाहती हूं.

मैं वह फिल्में नही कर सकती, जिसमें हीरो कई गुंडे की पिटाई कर रहा हो और हीरोइन आंसू बहा रही हो. मैं उन फिल्मों का हिस्सा बनना चाहती हूं, जो कि हमारे समाज व राजनीति की बात करें. मैं बार-बार ‘सैराट’ नही कर सकती. ‘कागर’ मनोरंजन करने के साथ-साथ सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों की बात करती है.

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इसमें मैंने महाराष्ट्र के एक गांव के राजनीतिक परिवार की रानी का किरदार निभाया है, जो कि अपने पति के साथ राजनीति का हिस्सा बनती है. यह राजनीतिक फिल्म होते हुए भी नारी प्रधान है. अब तक मराठी भाषा में इस तरह की फिल्म नहीं बनी. मेरा रानी का किरदार गांव में महिलाओं का नेतृत्व करने के साथ ही उनकी भलाई के लिए काम करती है.’’

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