वर्ष 1999 में ग्लैडराग्स सुपर मॉडल की प्रतियोगिता जीतकर मॉडलिंग की दुनिया में नाम कमाकर अभिनय क्षेत्र में आने वाले अभिनेता डिनो मोरियो की फिल्म ‘राज’ चर्चित रही. जिससे उन्हें हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में पहचान मिली. उनकी और बिपाशा की जोड़ी को दर्शकों ने खूब पसंद किया. अपने लुक और बेहतरीन बॉडी की वजह से उन्होंने इंडस्ट्री में बहुत नाम कमाया. अभिनेता के साथ- साथ वे एक डिज़ाइनर और गायक भी है. वे अपनी जर्नी से संतुष्ट है, क्योंकि उन्हें जो काम जैसे मिला करते गए. उनके यहाँ तक पहुँचने में वे अपनी मां का श्रेय मानते है, जिन्होंने बहुत अनुशाषित ढंग से उनकी परवरिश की है. फिल्मों के अलावा डिनों वेब सीरीज में भी डेब्यू कर रहे है, वेब सीरीज मेंटलहुड रिलीज हो चुकी है ,जिसे सभी पसंद कर रहे है. गृहशोभा के लिए उन्होंने ख़ास बात की,पेश है कुछ अंश.
सवाल- इस वेब सीरीज की खास क्या रही?
इसके ज़रिये पेरेंटिंग को बताने की कोशिश की जा रही है, ये 10 एपिसोड में होगा. पेरेंटिंग में बूलिंग, चाइल्ड मोलेस्टिंग, जेंडर आदि की समस्या आती है, इसे बच्चे और माता-पिता दोनों ही फेस करते है.इसके अलावा आज के माता-पिता अपने बच्चे को सबसे अधिक प्रतिभावान बनाने की कोशिश में आपस में कितनी प्रतियोगिता करते है, इन सारे मूद्दों को कॉमेडी और हलके फुल्के अंदाज में दिखाने की कोशिश की गयी है. मैं पैरेंट नहीं हूं, लेकिन आसपास के कई माता-पिता को देखा है, जो हमेशा अपने बच्चे को लेकर परेशान रहते है.
सवाल- पहले तीन चार बच्चे भी आराम से पल जाया करते थे, लेकिन आज के माता-पिता एक बच्चे को लेकर भी परेशान रहते है, इस बारें में आपकी सोच क्या है?
आज हर बच्चे के पास मोबाइल है उन्हें हर बात की जानकारी घर पर रहकर हो जाती है, उन्हें घर से निकालना मुश्किल हो गया है. वे ऑनलाइन दोस्त बनाते है. नयी पीढ़ी को उस बाउंड्री में कैसे अच्छा बनाना है ये आज के माता-पिता के लिए चुनौती है. हमारे ज़माने कोई काम सही न करने पर पिटाई होती थी, जो अब नहीं होता. मेरे हिसाब से अगर बच्चा कुछ गलती करता है तो उसे कुछ सजा मिलना आवश्यक होता है, ताकि वे अपनी गलती को समझ सकें. ऐसे में उन्हें परिवार के साथ रहना आ जाता है और वे बड़े बूढों को सम्मान देना सीख जाते है. इस वेब सीरीज में मैं सिंगल पैरेंट की भूमिका निभा रहा हूं.
सवाल- आप पिता नहीं है, ऐसे में आपने कैसी तैयारी की?
मुझे बच्चे पसंद है और मैंने अपने दोस्तों और रिश्तेदारों में कई बच्चों और उनके पेरेंट्स को देखा है. उनके भावनाओं को समझने की कोशिश की है. जब मैं शूटिंग पर बच्चों के साथ होता तो कुछ घंटे ही उनके साथ बिताता था, लेकिन मैं उन माता-पिता के बारें सोचता था कि यही बच्चे अगर मेरे साथ 24 घंटे रहे, तो कैसी परिस्थिति होगी. मेरे हिसाब से माता-पिता के लिए ये सबसे बड़ी चुनौती होती है कि वे अपने बच्चे की सही परवरिश करें. उनकी जिंदगी बच्चों के साथ-साथ बदल जाती है. उनकी प्रायोरिटी भी बदल जाती है.
सवाल- आपका बचपन कैसा रहा?
मेरा बचपन बहुत अच्छा था. हम तीन भाई है और मेरे पिताजी, इन सभी चारों को मेरी मां ही कंट्रोल करती थी. मेरे मां ने हम सबको बहुत अनुसाशित ढंग से पाला है और ये बहुत जरुरी है, जो अब मुझे समझ में आता है. उन्होंने बहुत अच्छी तरह से हमारी परवरिश की है. स्कूल से आने के बाद पिता हमेशा बाहर हमें खेलने भेज देते थे. बाद में घर आकर हम सब काम करते थे. अगर मेरी अल्मारी के कपडे बिखरे रहते थे तो मां उसे ठीक करने के बजाय नीचे गिरा देती थी. फिर मैं सब ठीक से रखता था. एक टी शर्ट भी इधर उधर होने पर वह ऐसा करती थी. इसलिए आज भी मैं वैसा ही डिसिप्लिन लाइफ बिताना पसंद करता हूं. इसके अलावा मैं एक फुटबॉल, बास्केटबाल प्लेयर और एथलीट भी हूं . खेल किसी में भी आत्मविश्वास को भरती है. सभी बच्चों के लिए खेल आवश्यक है.
सवाल- क्या इस शो को कम बैक मानते है?
मुझे अच्छे ऑफर नहीं आ रहे थे, मैं काम के नाम पर कुछ भी कर लूं उसकी इच्छा नहीं थी. अभी लगातार ऑफर है. ये सही है कि काफी दिनों बाद पर्दे पर दिख रहा हूं. 6-7 साल बाद मैं आया हूं और इन सालों में मैंने अपने आपको और अधिक अभिनय के लिए प्रशिक्षित किया है. मेरे साथ इतनी फीमेल एक्टर्स है, जिनके साथ काम करना अच्छा रहा. करिश्मा कपूर के साथ मैंने बहुत पहले एक फिल्म ‘बाज़’ की थी अब फिर से काम करना अच्छा लगा. हम दोनों का डेब्यू वेब सीरीज में है.
सवाल-आप एक मॉडल ,अभिनेता, सिंगर, प्रोड्यूसर सब है, अपनी जर्नी को कैसे देखते है?
मैं एक मॉडल से यहाँ तक पहुंचा हूं और कभी मैंने इस बारें में सोचा नहीं था. मुझे जो मिला मैं बहुत संतुष्ट हूं. हमेशा कुछ नया काम करना मुझे अच्छा लगता है.
ये भी पढ़ें- #lockdown: quarantine से बोर हुए छोटे नवाब, बनाया ये प्लान
सवाल- आगे क्या है?
अभी मेरे प्रोडक्शन में एक फिल्म ‘हेलमेट’ मजेदार फिल्म तैयार है और आने वाली है. आगे मैं अच्छी कहानी ढूढ रहा हूं.
सवाल-आपकी फिटनेस का राज क्या है?
मैं नियमित वर्कआउट करता हूं और फिट रहता हूं.
सवाल- महिलाओं के लिए क्या मेसेज देना चाहते है?
आप है तो पूरी दुनिया है, आप अपने आप को कभी कम न समझे. मां, बहन, पत्नी किसी भी रूप में आपकी ताकत बहुत है. कोई कुछ भी कहे आप कभी मत मानिए और अपने सेहत का ध्यान हमेशा रखे और स्वस्थ रहें.