किसी भी मौसम में हेयर और स्किन केयर एक गंभीर समस्या है, क्योंकि सही केयर से ही आप की खूबसूरती बनी रहती है, जो आज ज़माने की मांग है. इस दिशा में ‘हायजिन रिसर्च इंस्टिट्यूट’ की ‘प्रोफेशनल हेड (स्ट्रीक्स प्रोफेशनल) रोशेल छाबड़ा ने बहुत अच्छा काम किया है. उन्होंने ब्यूटी, सैलून और पर्सनल केयर प्रोडक्ट्स की गुणवत्ता को लोगों तक पहुँचाने में सबसे आगे रही है. उन्होंने हर नई उत्पाद को वैज्ञानिक रूप से जांच कर उसे देश-विदेश में लॉन्ग टर्म मार्केटिंग की नीति को भी विकसित किया है.
प्रयोग नई तकनीकों का
25 साल की इस कैरियर में रोशेल ने हेयर और स्किन केयर क्षेत्र में नयी-नयी तकनीकों से परिचय करवाकर कंपनी को एक नया अकार दिया है. इस बारे में रोशैल का कहना है कि बेसिकली मैं एक फार्मासिस्ट हूं. दवाइयों का क्षेत्र मुझे बहुत पसंद है और मैंने कई तरह के प्रयोग फार्मेसी में किये है, इससे मुझे अच्छे-अच्छे काम मिले, लेकिन मैं उसे छोड़कर फॅमिली बिजनेस में आ गयी.
मुश्किल है हेयर एंड स्किन केयर
हेयर केयर के बारें में रोशेल कहती है कि हेयर केयर एक मुश्किल काम है, लेकिन थोड़ी सी जानकारी इसके बारें में ले लेना अच्छा होता है. केशों के बारें में रिसर्च से ही पता लग पाता है कि इसे कैसे सम्हाला जाना चाहिए. आजकल ट्रेंड हेयर कलर, हेयर ट्रीटमेंट, हेयर स्ट्रेटनिंग आदि है. ये सब करने के बाद उसकी सही देखभाल जरुरी है, ताकि बालों को किसी प्रकार का डेमेज या साइड इफ़ेक्ट का सामना न करना पड़े. स्किन केयर में भी बहुत सोच कर प्रोडक्ट लेने की जरुरत होती है, क्योंकि स्किन भी बहुत ही सेंसेटिव ऑर्गन है. थोड़ी सी जल्दबाजी इसके लिए घातक होती है.
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करनी पड़ती है शोध
रोशेल ने हमेशा ब्यूटी में नयी-नयी तकनीकों का प्रयोग किया है, जिसके रिजल्ट सबको पसंद आते है. वह कहती है कि इस काम के लिए मैंने बहुत शोध किये है. विदेशों में क्या नया हो रहा है, उसकी जानकारी लेनी पड़ती है. अधिकतर नयी और बाहर की कंपनियों के प्रोडक्ट महंगे होते है, लेकिन मेरी कंपनी एफोर्डेबल प्राइस में इंटरनेशनल उपकरण से सबको परिचय करवाती है. अधिकतर प्रोडक्ट बनाने से पहले ट्रेंड देखकर उसे इन हाउस विकसित कर मार्केट में उतारा जाता है. लोग इसे पसंद करते है. इसके अलावा कुछ इंटरनेशनल स्टाइलिस्ट के साथ मैं जुडी हूं, जो हमें नयी प्रोडक्ट के बारे में जानकारी देते है. रिसर्च एंड डेवलपमेंट की टीम इसमें बहुत अच्छा काम करती है. कोई प्रोडक्ट जो विदेशों में लौंच किये जाते है, वह उनके हेयर और स्किन के अनुसार होता है,जो हमारे हेयर और स्किन के लिए ठीक नहीं होता. मै इंडियन हेयर और उसके टेक्सचर को जानती हूं. बालों पर कितनी मात्रा में प्रोडक्ट लगानी है, ताकि बाल ख़राब न हो. इस पर पूरा शोध करना पड़ता है. एक प्रोडक्ट को मार्केट में लाने में डेढ़ से दो साल लगते है.
समाधान हेयर फॉल का
हेयरफॉल की समस्या हर जगह है, जिसकी वजह जलवायु, किसी प्रकार की बीमारी, खान-पान आदि सब जिम्मेदार होते है. इसे समझना बहुत मुश्किल होता है. रोशैल आगे कहती है कि हेयर क्वालिटी भारतीयों की बहुत अच्छी है. विदेशो में हेयर क्वालिटी बहुत फाइन होती है. यहाँ केश जेनिटीकलि बहुत थिक है. इसकी वजह नानी या दादी के नुस्खे, जो बचपन से हेयर के लिए प्रयोग किये जाते है. ये सारी चीजे बालों को मजबूत बनाती है, जिससे किसी प्रकार की ट्रीटमेंट करने पर भी हेयर सह सकती है.
काम के साथ पारिवारिक सामंजस्य
काम के साथ परिवार को रोशेल बहुत अच्छी तरह से सम्हालती है. उनके हिसाब से, किसी भी व्यक्ति को कुछ अलग करने के लिए डिसिप्लिन और प्लानिंग दोनों सही से करना पड़ता है. कुछ भी नामुमकिन नहीं. रोशैल हर दिन सुबह पूरे दिन की प्लानिंग करती है. इससे काम पूरा होने के साथ-साथ अधिक एफर्ट भी लगाने की जरुरत नहीं होती.
नहीं कोई मुश्किल
ब्यूटी में मुश्किलों के बारें में रोशेल कहती है कि इसमें कठिनाई अधिक नहीं आती, क्योंकि किसी ब्यूटी प्रोडक्ट को सामने वाले को समझाना आसान होता है. वर्कवाइज भी कोई समस्या मुझे नहीं रही. कोरोना के शुरुआत में किसी को पता नहीं चला था कि ये कैसा वायरस है. इसलिए मैंने एक्सपर्ट और डॉक्टर्स से टाईअप किया और जानकारी ली कि कैसे इस समय काम के साथ-साथ शारीरिक रूप से फिट रहा जाय. कोरोना पीरियड में सैलून में जाना, सबसे अंत में आता है, क्योंकि लोग इसमें सुरक्षा को अधिक देखते है. अभी भी सेमी लॉकडाउन में फिर से सैलून बंद हो गया है, लेकिन मैंने वेबिनार के जरिये हेयर और स्किन केयर के बारें में जानकारी दी और कईयों को ट्रेनिंग और सर्टिफिकेट भी दिया, ताकि लोग घर बैठकर परेशान न हो. इससे सैलून खुलने के बाद उन्हें हेल्थ एंड हायजिन के बारें में पूरी जानकारी होगी, उन्हें काम मिलना आसान होगा.
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हेयर केयर करने के कुछ टिप्स
रोशेल आगे कहती है कि हेयर फॉल एक आम समस्या है, पहले इसके गिरने की वजह के बारें में थोड़ी जानकारी लेनी चाहिए, इससे बचने के कुछ तरीके निम्न है,
- हेयर फॉल के कई कारण हो सकते है, मसलन कोई बीमारी, अधिक क्रेश डाइट लेना, केशों को सही पोषण का न मिलना, बहुत अधिक ट्रीटमेंट बालों पर करवाना,
- ट्रीटमेंट के बाद हेयर का पूरा ध्यान न रखना,जिससे बाल झड़ने लगते है,
- अधिक ब्लो ड्राई और हीट ट्रीटमेंट से भी बाल कमजोर हो जाते है,
- अधिक स्ट्रेस लेने से भी बाल झड़ने लगते है,
- पर्यावरण प्रदूषण से भी हेयर और स्किन ख़राब होते रहते है,
- हेयर फॉल कम करने के लिए योगा, मैडिटेशन, जरुरत के अनुसार सप्लीमेंट लेना,
- बालों में तेल लगाना, हेयर के लिए अच्छी प्रोडक्ट का प्रयोग करना,
- साधारण केशों में माइल्ड शैम्पू सबसे अधिक अच्छा रहता है.
इसके अलावा रोशेल ने कई प्रोडक्ट्स और फंकी हेयर कलर्स लॉन्च किये है, जो पिंक, वायलेट, ब्लू और ग्रीन है. ये कलर सभी उम्र की महिलाओं को सूट करता है और आज की मध्यम उम्र की महिलाएं हमेशा कुछ नया ट्राय करन चाहती है, जो उनकी खूबसूरती के साथ-साथ आत्मविश्वास को भी बढाती है. इसके अलावा रोशैल नई-नई स्टाइलिंग को भी प्रमोट करती है, जो महिलाओं को बहुत अच्छा लगता है.
महिलाओं के लिए रोशेल का मेसेज है कि महिलाएं परिवार के साथ काम करती है. काम करते हुए भी खुद की देखभाल करना कभी न भूले. साथ ही परिवार के साथ अपनी समस्या को खुलकर बोले, इससे कभी-कभी अच्छा समाधान मिल जाता है. खुद को कभी किसी से कम न समझे.