Monsoon Special: रिमझिम फुहार जगाए प्यार

जेठ महीने की चिलचिलाती गरमी ने किरण के स्वभाव में इतना चिड़चिड़ापन भर दिया था कि उस का किसी से बात करने का मन नहीं करता था. लेकिन मौसम ने करवट क्या ली, सब कुछ बदलाबदला महसूस होने लगा. एक ओर जहां बादलों ने सूरज की तपिश को छिपा लिया, वहीं दूसरी ओर बारिश की बूंदों ने महीनों से प्यासी धरती को शीतलता प्रदान कर दी. बारिश की बूंदों ने किरण के तनमन को छुआ तो मानो उस के बेजान जिस्म में जान आ गई और स्वभाव का चिड़चिड़ापन भी जाता रहा. रात को औफिस से किरण के पति सुनील घर लौटे तो दरवाजे पर उसे सजधज कर इंतजार करते हुए खड़ा पाया. वे कमरे में दाखिल हुए, तो सब कुछ रोमांटिक अंदाज में सजा कर रखा हुआ पाया. फ्रैश हो कर डिनर पर बैठे तो देखा रोमांटिक कैंडल लाइट डिनर का आयोजन था और किरण की आंखों में रोमांस और प्यार साफ नजर आ रहा था. खाना परोसा गया तो उन्हें प्लेट में सारी अपनी पसंद की डिशेज नजर आईं. सुनील को समझते देर नहीं लगी कि ये सब बारिश की बूंदों का असर है. उस ने भी पौकेट से खूबसूरत फूलों का गजरा निकाला और किरण के लंबे, घने और काले खुले केशों पर बड़े प्यार से सजा दिया. दरअसल, सुनील के औफिस से निकलते ही जब बारिश होने लगी, तो रिमझिम फुहारों ने उसे भी रोमांटिक बना दिया. तभी किरण के लिए उस ने गजरा खरीद लिया था.

जब रिमझिम बरसा पानी

कैंडल लाइट डिनर को अभी दोनों ऐंजौय कर ही रहे थे कि बादलों ने एक बार फिर से रिमझिम बरसना शुरू कर दिया. किरण तो मानो इस पल के इंतजार में थी. उस ने हौले से सुनील की कलाई थामी और आंखों में आंखें डाल कर सुनील को बगीचे तक ले गई. बारिश की रिमझिम फुहारें, हाथों में उन का हाथ और ‘रिमझिम से तराने ले के आई बरसात…’, ‘ये रात भीगीभीगी ये मस्त फिजाएं…’, ‘एक लड़की भीगीभागी सी…’, ‘आज रपट जाएं तो हमें न…’, ‘रिमझिम गिरे सावन उलझउलझ जाए मन…’ जैसे रोमांटिक गानों का साथ मिल जाने पर भला कौन ऐसा प्रेमी होगा, जो खुद को थिरकने से रोक सकेगा. दोनों खूब थिरके. कुछ ऐसा ही मौका एक प्रेमी युगल को भी मिला. लंबे समय बाद इस बार दोनों को एकांत में मिलने का मौका मिला था. उन की ग्रैजुएशन की पढ़ाई के दौरान किसी ने कभी भी उन्हें अलग नहीं देखा था. दोनों ने तभी तय कर लिया था कि जौब मिलते ही वे शादी कर लेंगे, लेकिन एक कांपिटीशन क्लीयर करने के बाद टे्रनिंग के लिए जब दोनों को अलग होना पड़ रहा था, तो उन के दोस्त उन का रोनाधोना देख कर बाहर निकल गए थे.

अब जब 2 साल बाद दोनों मिले हैं, तो बस एकदूसरे को देखे ही जा रहे हैं. न तो सचिन की आवाज निकल रही है और न ही स्मिता की. दोनों को समझ ही नहीं आ रहा था कि क्या पूछें, कैसे पूछें. तभी बाहर बिजली के कड़कने की आवाज हुई और पल भर में ही पड़ने लगीं फुहारें. बाहर धरती गीली हो रही होती है तो अंदर मन भी भीगता है, तभी तो स्मिता के जड़ पड़े होंठ कह उठे, ‘‘आज भी नहीं बदले, बिलकुल वैसे ही हो. सारा सामान बिखेर कर रखा हुआ है. हटो, मैं ठीक कर देती हूं.’’ सचिन भी कहां खामोश रहना चाहता था. बारिश की बूंदों ने उसे भी तो गीला कर दिया था. मन से भी और तन से भी. उसे याद आने लगा था वह मंजर, जब दोनों पहली बार बारिश में मतवाले हो कर भीगे थे और हाथों में हाथ थामे एकदूसरे पर रीझे थे. आज एक बार फिर उसी अंदाज में भीगने को आतुर हो रहे हैं दोनों. ऐसे में सचिन ने भूख का बहाना बना कर स्मिता से बाहर जाने के लिए पूछा. स्मिता कहां मना करने वाली थी. वह भी तो उन यादों का हिस्सा थी. बाहर निकलते ही पल भर में ही दोनों पूरी तरह से भीग चुके थे, लेकिन खानेवाने की बात दोबारा किसी ने नहीं की.

दरअसल, भूख का तो महज बहाना था. असल में तो उन्हें एकदूसरे के करीब आना था. हुआ भी वही. बारिश की बूंदों में फूट पड़े दोनों के पुराने प्यार के अंकुर. अब तो एकदूसरे की बांहों में समाने की इच्छा भी जोर मारने लगी थी. लगातार तेज होती जा रही बारिश में दूरदूर तक कोई नजर नहीं आ रहा था, तो दोनों लिपट पड़े एकदूसरे से.

जगाता तनमन में प्यार

सचमुच, सावन चीज ही ऐसी है. कमबख्त इश्क की तरह मन पर छा जाए तो तन भी अपने बस में नहीं रहता, मचलने लगता है. तभी तो रचनाकारों की रचनाओं और गीतकारों के गीतों में सावन और रिमझिम फुहारों को अलगअलग भाव, अंदाज और ढंग से पेश किया जाता रहा है. एक दार्शनिक की नजर से देखें तो धरती और आसमान के खूबसूरत समागम का प्रतीक है सावन का मौसम और अन्य प्राणियों के लिए यह संदेश कि सृजन का मौसम आ गया. धरती यानी स्त्री और आसमान यानी पुरुष, जब तक दोनों पास नहीं आते, सृजन का आधार अधूरा रहता है. तभी तो गरमी और लू के थपेड़ों से फटी धरती आसमान से बूंदों की बौछार पाते ही नवयौवना सी खिल उठती है. मानो कह रही हो कि सृजन के लिए अब वह पूरी तरह से तैयार है. ये रिमझिम फुहारें ही तो हैं, जो पुरुष और स्त्री के बीच भी ऐसे भाव जगाती हैं. समाजशास्त्री अमित कुमार कहते हैं, ‘‘हर मौसम का अपना महत्त्व और मिजाज है. जेठ की दोपहर न हो तो सावन की रिमझिम बेमानी है. आज हम कहते हैं कि ताउम्र प्यार बनाए रखना है, तो बीचबीच में एकदूसरे से दूर रहने की आदत डाल लो. न रिश्ते बासी होंगे, न प्यार फीका होगा, क्योंकि दूरियों के बाद ही एकदूसरे के प्रति मुहब्बत और उस की जरूरत का एहसास हो पाता है. कुछ ऐसी ही फिलौसफी प्रकृति की भी है. तभी तो लू के थपेड़ों के बाद होती है मीठी रिमझिम और यही कुदरती तालमेल प्रेमी युगलों को उन्मादी बनाता है.’’

दांपत्य और प्रेम के रिश्तों पर खास पकड़ रखने वाली मैरिज काउंसलर विनीता महापात्रा बताती हैं, ‘‘अजीब इत्तफाक है, मगर एक खूबसूरत सच लिए. मैरिज काउंसलिंग के दौरान हम ने अकसर पाया है कि उलझे हुए रिश्तों को सुलझाने या पार्टनर के दिल में प्यार जगाने में सावन का महीना या यों कहें कि रिमझिम फुहारें बेहद कारगर साबित होती हैं. मनोविज्ञान से जुड़ा है यह मौसम. ‘‘आप ही बताइए, प्यार और रोमानियत के लिए किन बुनियादी चीजों की जरूरत होती है. खूबसूरत माहौल, खुशगवार मौसम, आसपास खिले रंगबिरंगे फूल, भीनीभीनी खुशबू और तरंगित मन, है न. लेकिन रिमझिम फुहारों के बीच बिना कुछ किए ही स्वत: सब कुछ हो जाता है. कई बार हम ने पाया है कि जिन रिश्तों की आग आपसी तकरार से ठंडी पड़ने लगी थी, उन्हें जब हम ने सावन के मौसम में किसी खूबसूरत इलाके में चंद दिन एकांत में गुजारने की सलाह दी, तो उम्मीद से बढ़ कर परिणाम आए. उन जोड़ों ने माना कि मौसम में इतनी कशिश होती है, यह अब जाना.’’

क्या कहता है शोध

सावन के महीने को ले कर भले पहले जैसी कशिश न रह गई हो, लेकिन मौसम और मन का संबंध तो आज भी नहीं बदला. जरा सी बारिश होते ही हम आज भी खुशी से गुलफाम हो जाते हैं. यदि प्यार में गिरफ्तार हैं तो मन मचलने लगता है, क्योंकि प्यार करने वालों को प्यार के लिए ऐसे ही किसी मौके की तलाश रहती है. प्यार पर शोध करने वाले मानते हैं कि रिमझिम फुहारों और हारमोनल स्राव का गहरा रिश्ता है. प्यार का हारमोन फूलों की मादक खुशबू, खूबसूरत माहौल या किसी खास तरह का खाना खाने के बाद स्रावित होता है, जो प्यार करने को उकसाता है. ऐसे ही यह हारमोन सावन के मौसम में भी सक्रिय हो जाता है. गरमियों में यह जितना सुस्त होता है, बरसात में उतना ही चुस्त. इंसानों का ही नहीं, बाकी जीवों के लिए भी है यह ‘मेटिंग सीजन’ यानी सहवास का मौसम. अब तो आप मानेंगे न कि रिमझिम फुहारें जगाती हैं तनमन में प्यार.

वर्चुअल रोमांस करें लवलाइफ अनलौक

बैंगलुरु का राहुल बेसब्री से औफिस खुलने का इंतजार कर रहा है ताकि वह अपनी औफिस क्रश पूजा को देख सके. हर दिन बस यही सोचता है कि बस जल्दी से कोरोना खत्म हो और वह पूजा को अपने दिल की बात बता सके.’’

कुछ ऐसा ही हाल दिल्ली के रोहित का भी है. रोहित को वैसे तो किसी सीरियस रिलेशनशिप में रुचि नहीं है, लेकिन उसे लड़कियों से फ्लर्ट करने में काफी मजा आता है.’’

जी हां, यह हाल सिर्फ राहुल और रोहित का ही नहीं, बल्कि ऐसे और कई युवक व पुरुष भी हैं जो अपने प्यार, अपने क्रश से मिलने को बेताब हैं. असल में कोरोना यंग लकड़ेलड़कियों व पुरुषों के लिए मुसीबत ले कर आया है. अब दिल पर किसी का जोर तो चलता नहीं, लेकिन कोरोना को किसी के दिल के हाल से क्या मतलब. ऐसे में जिंदगी बेबस बन कर रह गई है. अगर आप के …

आप अपने दिल की बात अपने पार्टनर तक पहुंचा सकते हैं, उस के साथ समय बिता कर मस्ती कर सकते हैं. कैसे, आइए, हम बताते हैं:

हैप्पन डेटिंग ऐप

यह काफी लोकप्रिय डेटिंग ऐप्प है, जिस की मदद से आप अपने आसपास के लोगों से दोस्ती का हाथ बढ़ा कर उन के साथ जीभर कर रोमांस कर सकते हैं. यह एक लोकेशन बेस्ड ऐप्प है, जिस की मदद से आप अपने आसपास के लोगों से ही दोस्ती कर सकते हैं. इस ऐप्प से जुड़ने के लिए आप को इस पर अपना अकाउंट बनाना होता है, फिर लोगिन करने के लिए आप को अपनी फेसबुक आईडी से ही जुड़ना होगा, जिस के माध्यम से आप इस ऐप्प में लौगिन कर पाएंगे.

इस ऐप्प की खास बात यह है कि यह सिर्फ आप के फेसबुक पेज से आप का नाम व उम्र ले कर आप का अकाउंट बना देगा. फिर आप इस में अपनी कुछ खास पसंद डाल सकते हैं, जिस से आप को उसी तरह के प्रोफाइल आने लगते हैं.

आप के पास लाइक और डिसलाइक करने के दोनों औप्शंस होते हैं. लेकिन इस के लिए आप को अपने फोन का जीपीएस औन करना होता है, क्योंकि यह एक लोकेशन बेस्ड ऐप्प जो है. प्रोफाइल पसंद आने पर आप जीभर कर उस के साथ डेट करें. हो सकता है यह डेट आप का हमसफर चुनने में भी आप की मदद करे. वैसे रोमांस का मौका तो मिल ही जाएगा.

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आर्केक्यूपिड ऐप

इसे ओकेसी के नाम से भी जानते हैं. इस ऐप्प पर अकाउंट बनाने के लिए आप को ढेरों प्रश्नों के जवाब देने होते हैं, जिस से आप को अपने जैसा पार्टनर मिलने में काफी आसानी हो जाती है, क्योंकि यह आप के प्रश्नों के उत्तर देने मात्र से सम झ जाता है कि आप अपने लिए किस तरह के पार्टनर को सर्च कर रहे हैं. आप चाहें तो सर्च फिल्टर्स की मदद से भी पार्टनर सर्च कर सकते हैं. फिर वर्चुअल डेटिंग के बाद अगर चीजें सही लगती हैं तो सही समय आने पर मौका देख कर आमनेसामने मिल कर अपनी फ्रैंडशिप को और गहरा बनाएं.

ट्रूली मैडली ऐप

इसे एक ट्रस्टी डेटिंग ऐप कहा जाए तो कम न होगा, क्योंकि इस में फेक आईडी नहीं होने के कारण धोखा मिलने के चांसेज काफी कम रहते हैं. यह ऐप्प आप का अकाउंट बनाने के लिए आईडी प्रूफ मांगता है. अगर आप ने दे दिया तो आप इस ऐप का मजा ले सकते हैं वरना आप को इस ऐप को यूज करने की इजाजत नहीं होगी. इस ऐप में आप को इस बात का डर नहीं होगा कि कोई आप के फोटो के साथ छेड़छाड़ करेगा, क्योंकि इस में आप फोटो को डाउनलोड नहीं कर सकते. बस फ्रैंडशिप होने के बाद आप की बातचीत, आप के शेयरिंग सिर्फ आप के बीच ही रहेगी यानी यह ऐप आप को सच्चे प्यार से मिलवाने के साथसाथ रोमांस का भी मौका देगा.

टिंडर ऐप

टिंडर ऐप को कौन नहीं जानता, क्योंकि यह भारत में का पहला ऐप जो है, जो डिजिटल डेटिंग के रूप में उभर कर सामने आया था. आज लाखों लोगों के दिलों में अपनी खास जगह बना चुका है. इस ऐप पर रेजिटेर करने के लिए आप को अपनी फेसबुक आईडी से लौगिन करना होगा. फिर आप का इस पर खुद अकाउंट बन जाएगा. आप को इस के लिए अपने फोन की लोकेशन को औन करना होगा ताकि आप को अपने आसपास के लोगों के बारे में जानकारी मिल सके. इस ऐप की खास बात यह है कि आप इस में सर्च फिल्टर औप्शन के आधार पर भी सर्च कर सकते हैं. इस में अगर आप को प्रोफाइल पसंद आया है तो आप स्वाइप राइट कर सकते हैं नहीं तो स्वाइप लेफ्ट. स्वाइप राइट करते ही आप अपने पार्टनर के साथ चैट का लुत्फ उठा सकते हैं. बस ध्यान रखें कि आप इन ऐप्स पर अपनी अट्रैक्टिव फोटो लगाएं, क्योंकि पहली नजर में कोई आप के प्रति अट्रैक्ट आप के फोटो को देख कर ही होगा. तो हुए न कमाल के ऐप्स.

रोमांस के लिए इंस्ट्राग्राम भी बैस्ट औप्शन

अगर आप किसी के साथ रोमांस करना चाहते हैं तो इंस्ट्राग्राम आप के लिए बैस्ट औप्शन है. बस इस पर आप को अपना अकाउंट बनाना होगा और फिर उस पर अपने अट्रैक्टिव फोटो लगा कर बस फौलो करना शुरू कर दें. दोस्ती करने की कोशिश करें और जब दोस्ती हो जाए तो बातचीत का सिलसिला शुरू कर दें. इस प्लेटफौर्म के जरीए आप आराम से अपने दोस्त से बात कर सकते हैं और किसी को कानोंकान खबर भी नहीं होगी. घर वालों को लगेगा कि आप सोशल मीडिया पर बिजी हैं, लेकिन आप तो यहां आराम से चैटिंग का मजा ले रहे हैं. इस की खास बात यह है कि अगर आप को कोई अच्छा नहीं लगा तो आप अपने अकाउंट को भी डीएक्टिवेट कर सकते हैं.

औनलाइन डेटिंग के फायदे काम के बीच भी डेटिंग का मौका

अकसर औफिस में जब भी किसी को किसी से प्यार होता है, तो हर समय मन करता है कि उस के साथ ही समय बिताएं. काम के बीच में भी कई बार उस के पास जाने को दिल करता है और जब मन इसे रोक नहीं पाता, तो किसी बहाने से उस की सीट के आसपास ही घूमना शुरू कर देते हैं, जिस से न सिर्फ दूसरों की नजर में आते हैं, बल्कि काम की प्रोडक्टिविटी पर भी असर पड़ता है, जबकि औनलाइन डेटिंग में किसी को कानोंकान खबर भी नहीं होती और मन की सारी ख्वाइशें भी पूरी हो जाती हैं. यानी काम भी और काम के बीच मस्ती भी.

जब मन करे तब छोड़ दो

औफिस में प्रेम करने का मतलब अगर सफल हुआ तो ठीक वरना ब्रेकअप होने पर दोनों पार्टनर ही एकदूसरे पर कीचड़ उछालने लग जाते हैं. ऐसे माहौल में काम करना काफी मुश्किल हो जाता है. कई बार तो बात इतनी बिगड़ जाती है कि नौकरी छोड़ने तक की नौबत आ जाती है. लेकिन औनलाइन प्रेम आप को इन सब  झं झटों से दूर रखता है. अगर आप के पार्टनर के साथ विचार मेल नहीं खाते तो आप उसे ब्लौक भी कर सकते हैं.

एकसाथ कइयों से डेटिंग

असल में जब हम एकसाथ कइयों से डेटिंग करते हैं तो हम काफी लंबे समय तक इस  झूठ को छिपा नहीं रख पाते और कई बार बातबात में सच बाहर आ ही जाता है या फिर पार्टनर के फोन को देखने भर से ही चीजें सम झ आ जाती हैं. ऐसे में लंबे समय तक रिश्ते में धोखा देना नहीं चल पाता. लेकिन औनलाइन डेटिंग में इस तरह के  झूठ का पर्दाफाश होना इतना आसान नहीं होता. ऐसे में आप एकसाथ कइयों के साथ रिलेशनशिप में रह कर अपनी लाइफ को रोमांटिक व मस्त बना सकती हैं.

सैक्स पर खुल कर बातें

चाहे हमारा रिलेशन कितना भी करीब क्यों न हो फिर भी आमनेसामने होने पर इस तरह की बातें करने में थोड़ी  झिझक तो होती ही है. लेकिन औनलाइन डेटिंग में आप खुल कर पार्टनर से इस तरह की बातें कर के व उस का फील ले कर मजा ले सकते हो. उस की इन बातों में दिलचस्पी व वह आप को कितना मजा दे सकता है यह आप को उस की बातों से पता चल जाएगा. इस से आप को यह निर्णय लेने में आसानी होगी कि वह आप के लायक है या नहीं, क्योंकि अगर रोमांस नहीं हो या फिर पार्टनर की बातों में वह सैक्सीपन न हो तो रिश्ते में वह बात नहीं आ पाती.

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शौपिंग की डिमांड से छुटकारा

अधिकांश लड़कियां फ्रैंडशिप ही इसलिए करती हैं ताकि उन का पार्टनर उन्हें शौपिंग करवा सके. उन की हर ख्वाहिश को पूरा कर सके और जरा सा मना करने पर या तो लड़ाई हो जाती है या फिर ब्रेकअप. लेकिन औनलाइन डेटिंग में आप के सामने पार्टनर की इस तरह की ख्वाहिशों को पूरा करने की डिमांड नहीं होती है. बस आप को यही तो कहना है कि जब मिलेंगे तब ये दूंगा. इस से पार्टनर भी खुश और आप की पौकेट भी खाली होने से बच जाएगी और कभीकभार औनलाइन शौपिंग करवानी भी पड़े तो कोई फर्क नहीं पड़ता.

अगर आप अपनी औनलाइन डेटिंग में सफल होना चाहते हैं तो इन बातों का खास खयाल रखें:

बातबात पर रूठें नहीं

रिश्ता चाहे औफलाइन हो या औनलाइन, पार्टनर यही चाहते हैं कि दोनों एकदूसरे की बात को सम झें, बात पसंद नहीं आने पर रूठें नहीं, बल्कि प्यार से सम झाएं, इस से रिश्ता लंबे समय तक टिका रहता है, साथ ही रिश्ते में विश्वास बना रहने के साथसाथ पार्टनर एकदूसरे से बिना डरे अपने मन की बात भी कर पाते हैं. इसलिए बातबात पर रूठने की आदत को आप को छोड़ना पड़ेगा.

विश्वास बनाए रखें

कोई भी रिश्ता हमेशा विश्वास की बुनियाद पर टिका होना चाहिए. आप भले ही औनलाइन डेटिंग का मजा ले रहे हों, लेकिन आप हमेशा अपनी रियल पर्सनैलिटी ही सामने लाएं. इस से आप की पार्टनर आप के रियल पर्सनैलिटी को सम झ पाएगा और अगर यह रिश्ता आगे बढ़ता है तो ज्यादा दिक्कतें भी नहीं होंगी. लेकिन अगर आप का रिश्ता  झूठ की बुनियाद पर टिका होगा तो सच सामने आने पर रिश्ते में दरार भी पड़ सकती है. इसलिए संभल जाएं.

कम्युनिकेशन न टूटने पाए

भले ही आप काफी बिजी हों, फिर भी पार्टनर से दिन में एक बार फुरसत के क्षणों में बात जरूर करें. उसे अपने रूटीन के बारे में भी बताएं, इस से उसे लगेगा कि आप उसे इग्नोर नहीं कर रहे, क्योंकि अगर बातों का तार टूटा तो औनलाइन फ्रैंडशिप को भी टूटने में देर नहीं लगेगी.

पार्टनर की परेशानी को अपना सम झें

कहते हैं न कि सुख के सब साथी होते हैं, लेकिन दुख का कोई नहीं और असल में दोस्ती की पहचान दुख के समय ही होती है. ऐसे में अगर आप का पार्टनर दुखी है तो उसे प्यार से सम झाएं, उस के दर्द को अपना सम झें. आप के इस व्यवहार से उसे आप से अपनापन महसूस होगा और अगर आप ने उसे ऐसे समय में इग्नोर किया तो रिश्ता मजबूत नहीं बन पाएगा.

दूसरी लड़कियों की तारीफ करने से बचें

अकसर लड़कियां अपने सामने दूसरी लड़कियों की तारीफ बरदाश्त नहीं करती हैं और अगर उन का पार्टनर बारबार इसी बात को दोहराता है तो उन के बीच लड़ाई झगड़े तक की नौबत आ जाती है. ऐसे में जरूरी है कि आप अपने बीच किसी तीसरे को नहीं आने दें, बल्कि जितना हो सके एकदूसरे पर प्यार की बारिश कर के करीब आएं. इस तरह आप इस मुश्किल समय में भी रोमांस कर सकते हैं.

तो फिर अब औफिस खुलने का इंतजार क्यों करना, खुल कर औनलाइन रोमांस करिए.

पास होने का एहसास भी

भले ही आप कोरोना के समय में एकसाथ सिनेमाहौल में जा कर मूवी नहीं देख पा रहे हैं, मौल में नहीं घूम पा रहे हैं, लेकिन आप यहां दूर हो कर भी एकसाथ ऐंजौय कर सकते हैं. तो अब आप सोच रहे होंगे कि भला दूर हो कर भी एकसाथ ऐंजौय कैसे? तो चलिए हम आप को बताते हैं कि आप जूम, हैंगआउट व स्काइप के माध्य से एकसाथ स्क्रीन शेयर कर के मूवी देख सकते हैं, गाने सुन सकते हैं. यकीन मानिए जब आप एकदूसरे को सौंग्स के लिंक भेज कर एकसाथ सौंग व मूवी देखने का लुत्फ उठाएंगे तो आप का दिल एकदूसरे के लिए जरूर धड़केगा, साथ ही आप औनलाइन ड्रैस पसंद कर के उन का रिएक्शन भी जान सकते हैं. इस से आप एकदूसरे की पसंदनापसंद भी जान पाएंगे.

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