सालों पहले हनीमून पर जाना किसी नवविवाहित कपल्स के लिए जरुरी नहीं था, लेकिन समय के साथ-साथ इसमें परिवर्तन आया है.कपल्स आज देश-विदेश जाते है, क्योंकि अब ये एक ट्रेंड सा बन गया है. शादी की परम्पराएं पूरी करने के बाद सबसे पहले वे किसी ऐसे सुंदर और सुहाने जगह पर जाना पसंद करते है. जहाँ वे परिवार से दूर कुछ दिन इस नये रिश्ते को जान सकें, ऐसे में एक सही डेस्टिनेशनअगर मिल जाएँ, तो फिर क्या कहने, ताकि शादी-शुदा जोड़े ऐसे कुछ दिन साथ बिताने के अलावा एक रोमांचकारी परिवेश का अनुभव प्राप्त करें. मुंबई के आसपास कई ऐसे क्षेत्र है, जहाँ आप जा सकते है. आइये जाने 6 खूबसूरत हनीमून स्पॉट के बारें में, जहाँ आप अपने प्रियतम के साथ कुछ दिन प्यार भरे बिता सकते है.
1. महाबलेश्वर
हसीन वादियां और खुबसूरत मौसम, जो बिना कुछ कहे ही सबको आकर्षित करती है, ऐसी ही खुबसूरत वादियों से घिरा हुआ है, महाराष्ट्र के सतारा जिले का महाबलेश्वर हिल स्टेशन, जहाँ तापमान पूरे साल खुशनुमा रहता है. 1438 मीटर की ऊंचाई पर स्थित इस पर्यटन स्थल को महाराष्ट्र के हिल स्टेशन की रानी कहा जाता है. दूर-दूर तक फैली पहाड़ियां और उन पर हरियाली की छटा देखते ही बनती है. मुंबई से 264 किमी दक्षिण-पूर्व और सतारा के पश्चिमोत्तर में सह्याद्री की पहाड़ियों में स्थित इस स्थान की एक झलक पाने के लिए पर्यटक साल भर लालायित रहते है. यहाँ अधिकतर नवविवाहित जोड़ी हनीमून के लिए आते है.
यहाँ देखने के लिए 30 से अधिक स्थल है, जिसे पर्यटक अपने बजट के हिसाब से घूमते है. यहाँ की जंगल, घाटियाँ, झरने और झीलें बहुत सुंदर है, थकान यहाँ आने से ही दूर हो जाते है. इसके अलावा यहाँ की ख़ास जगहें एल्फिस्टन, माजोरी, नाथकोट, बॉम्बे पार्लर, सावित्री पॉइंट, आर्थर पॉइंट, विल्स पॉइंट, हेलेन पॉइंट, लॉकविंग पॉइंट और फोकलेक पॉइंट काफी मशहूर है. महाबलेश्वर जाने पर प्रतापगढ़ का किला देखना बहुत जरूरी है, जो वहां से करीब 24 किलोमीटर की दूरी पर है. इसके अलावा यहाँ की स्ट्राबेरी बहुत प्रसिद्ध है. यहाँ रहने की अच्छी सुविधा है, जिसमें होटल, रिसोर्ट और बंगलो खास है, जिसे बजट के अनुसार बुक किया जा सकता है. यहाँ की रोड बहुत अच्छी बनी है, इसलिए यहाँ पहुँचने के लिए बस या कार की व्यवस्था अच्छी है. इसके अलावा हवाई मार्ग से भी जाया जा सकता है. नजदीकी एयरपोर्ट पुणे है वहां से कार लेकर 131 किलोमीटर की दूरी सड़क मार्ग से तय कर महाबलेश्वर जाया जा सकता है.
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2. पंचगनी
मुंबई से 250 किलोमीटर हरी-भरी, सुंदर वादियाँ और सह्याद्री की 5 पर्वत श्रृंखला से घिरी हुई पंचगनी पठार, फ्लैट टोप्ड ज्वालामुखी द्वारा निर्मित एशिया की दूसरी सबसे बड़ी पठार है. यह स्थान निश्चित रूप से शादी-शुदा जोड़े के लिए यादगार हनीमून स्पॉट है. यह सबसे प्राचीन हिल स्टेशन है. यहाँ प्राकृतिक सुन्दरता के अलावा ट्रेकिंग या हाईकिंग की समुचित व्यवस्था है. पुरानी कलाकृतियों के शौकीन जोड़े को ओल्ड पारसी और ब्रिटिश बंगलो की कारीगरी अच्छे लग सकते है, क्योंकि यहाँ अंग्रेज छुट्टियाँ बिताने आया करते थे. इसके अलावा प्रतापगढ़ फोर्ट, राजपुरी केव्स, वेन्ना लेक, पंचगनी वैक्स म्यूजियम आदि कई स्थान भी देखने लायक है.
यहाँ पर लोग कैम्पिंग का भी आनंद लेते है और रात को आकाश में तारों के समूह को देखना मनोहारी लगता है. पंचगनी में रहने की सुविधा बजट के आधार पर है. यहाँ लक्ज़री होटल्स, अपार्टमेंट्स, कॉटेजेस आदि आसानी से मिल जाते है. यहाँ के रास्ते बहुत अच्छे बने है, इसलिए कार, बस, ट्रेन आदि किसी से भी पंचगनी जाया जा सकता है. यहाँ भी स्ट्राबेरी की खेती की जाती है, इसलिए उससे जुड़े जैम, शर्बत, आइसक्रीम आदि बहुत अच्छी मिल जाती है. यहाँ की निवासियों द्वारा बनाई गयी, वाल हैंगिंग, सजावट की वस्तुएं और चप्पलों को भी पर्यटक खरीद कर ले जाते है.
3. माथेरान
मुंबई से 110 किलोमीटर दूर रायगढ़ जिले में स्थित माथेरान एक छोटा सा हिल स्टेशन है. यहाँ की प्राकृतिक खूबसूरती देखते ही बनती है.यह पश्चिमी घाट की पर्वत श्रृंखला में समुद्र तल से 800 मीटर ऊँचाई पर बसा हिल स्टेशन है.इसे ह्यूग मालेट ने 1850 में इसकी खोज की थी. माथेरान नवविवाहित जोड़े के लिए हनीमून की सबसे अच्छी जगह है.माथेरान में वाहन वर्जित है, इसलिए पैदल या घोड़े की सवारी ही यहाँ का मुख्य साधन है. इसलिए यहाँ की प्रदूषण रहित वातावरण, आकर्षक दृश्य, ठंडी हवा के झोंके, दूर तक फैली हरी-भरी घाटियाँ, उड़ते बादल और खूबसूरत पर्वत श्रृंखला में पहुँचते ही मंत्रमुग्ध हो जाना पड़ता है. मुंबई के आसपास से सभी यहाँ आते है.कोविड को ध्यान में रखते हुए, माथेरान को कोविड फ्री जोन बनाया गया है. यहाँ 95प्रतिशत लोगों ने कोविड की पहली डोज और 25 से 30 प्रतिशत लोगों को दूसरे डोज भी लगा ली है. इसके अलावा भीड़-भाड वाले जगहों पर थोड़ी-थोड़ी देर बाद सेनिटाईज भी किया जाता है.यहाँ रहने की उत्तम व्यवस्था है. यहाँ आने पर 4 से 5 दिन घूमने के लिए काफी होता है.
यहाँ आने के लिए कर्जत या नेरल आने के बाद गाड़ी से दस्तूरी नाका आना पड़ता है. वहां से एक-एक घंटे बाद 90 सीट्स की शटल ट्रेन अमन लॉज तक जाती है, जो सुबह 10 बजे से शुरू होकर शाम के 6 बजे तक 6 ट्रेन्स आती और जाती है. यहाँ देखने योग्य 38 पॉइंट्स और शार्लोट लेक है, जिसमें हनीमून पॉइंट, पैनोरमा पॉइंट, मंकी पॉइंट, लॉर्ड्स पॉइंट, हार्ट पॉइंट आदि है. यहाँ आने से पहले कोविड की गाइडलाइन्स फोलो करना जरुरी है. यहाँ से खरीदने योग्य चप्पल, चमड़े की पर्स, बेल्ट, जैम, चिक्की आदि है.
4. लोनावला
मुंबई से 96 किलोमीटर दूर लोनावला महाराष्ट्र के पूणे में स्थित एक पर्वतीय स्थल है. आज का लोनावला कभी यादव वंश का एक भाग था, मुगलों ने इसकी महत्ता को देखते हुए लम्बे समय तक अपने कब्जे में रखा था. उस समय लौहगढ़ फोर्ट को जीतने में मावला योद्धाओं ने मराठा साम्राज्यऔर पेशवाओं को काफी सहयोग दिया था. सन 1811 में लोनावला पर्वत श्रृंखला की खोज बोम्बे प्रेसीडेंसी के तत्कालीन गवर्नर लार्ड एल्फिन्स्टन ने की थी. इस पर्वत श्रृंखला पर सीरीज ऑफ़ केव्स है, जिसमें कार्ला केव्स, भजा केव्स और बेडसा केव्स प्रमुख है.लोनावला में हनीमून से लेकर फॅमिली वेकेशन, दोस्तों के साथ मस्ती सब किया जा सकता है. यह स्थान मानसून में एकदम खिल उठता है. इसे पश्चिमी घाट में झीलों का स्थान भी कहा जाता है. प्राकृतिक झरने, खूबसूरत घाटियाँ और ठंडी हवा इस क्षेत्र की खूबसूरती को बढाती है. यहाँ का बुशी डैम पिकनिक स्पॉट के तौर पर काफी लोकप्रिय है. इसके अलावा यहाँ देखने लायक लोनावला झील, तिगौती झील,पावना झील, लायंस पॉइंट, ऐतिहासिक किला लौहगढ़, तिकोना किला आदि है. लौहगढ़ किले पर ट्रेकिंग की सुविधा है. यहाँ जाकर रहना काफी सहज है, क्योंकि यहाँ रहने की होटल,रिसोर्ट, बंगलो बजट के अनुसार मिलता है. लोनावला की चिक्की ख़ास प्रसिद्ध है, जो मूंगफली, काजू, बादाम, तिल, पिस्ता, अखरोट आदि से बनाया जाता है. इसके अलावा यहाँ की ब्रिटल कैंडी भी काफी प्रसिद्ध है.
5. खंडाला
महाराष्ट्र के पश्चिमी घाट पर पर्वत श्रृंखला में स्थित खंडाला एक छोटी सी शांत हिल स्टेशन है. यहाँ की खूबसूरत घाटियाँ, आकर्षक पहाड़ियां, घास के मैदान, शांत झीलों, धुएं से भरी झरने हर किसी का मन मोह लेती है. यही वजह है कि हिंदी सिनेमा ‘गुलाम’ में आमिर खान ने ‘आती क्या खंडाला….गाने को यही शूट किया था. यह स्थान मुंबई से 122 किलोमीटर की दूरी पर है. यहाँ ट्रेन,कार या लक्ज़री बस से जाया जा सकता है. यह स्थान नवविवाहित जोड़े के लिए बहुत ही सुंदर स्थल है. खुबसूरत घाटियों के साथ सुंदर कलाकृति की वजह से पर्यटक के आने का आकर्षण रहा है.यहाँ ठहरने की उचित व्यवस्था है, जिसमें हॉलिडे होम, होटल, रिसोर्ट आदि है, इसे आप बजट के अनुसार बुक कर सकते है.
खंडाला में देखने योग्य कई स्पॉट है, मसलन राजमाची पॉइंट, कर्नाला पक्षी अभयारण्य,तुंगा किला,कुणे फॉल्स, खंडाला झील आदि. इसके अलावा बंजी जम्पिंग की भी सुविधा यहाँ पर है. यूथ अपने दोस्तों के साथ यहाँ ट्रेकिंग के लिए भी आते है. बंजी जम्पिंग में 10 साल से अधिक और 35 किलोग्राम से कम वजन के व्यक्ति को कूदने दिया जाता है. यह उन पर्यटकों के लिए खास है, जो साहसिक गतिविधियों को अधिक पसंद करते है. इसके अलावाकुणे फॉल्स कुने नामक गांव के पास स्थित एक प्राकृतिक झरना है, जो 200 मीटर की ऊँचाई से नीचे गिरता है. यहाँ पर्यटक झरने में स्नान और तैरते हुए इसका आनंद लेते है. खंडाला में जैम और शर्बत की भरमार है, इसके अलावा यहाँ की चिक्की भी खास है. खंडाला घूमने का समय अक्तूबर से मई तक का है, क्योंकि मानसून में कई बार लैंडस्लाइड होने का डर रहता है, लेकिन प्रकृति प्रेमी और नवविवाहित जोड़े मानसून में भी खंडाला जाना पसंद करते है. यहाँ की बड़ा पाव, पारंपरिक महाराष्ट्रियन थाली प्रसिद्ध है.
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6. अलीबाग
महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले की कोंकण क्षेत्र में अरब सागर की समुद्र तट पर बसा एक सुंदर शहर है. यह स्थान तीन तरफ से समुद्र से घिरा हुआ है. व्यस्त जीवन शैली से निकलकर सुकून भरी समय बिताने की यह एक आकर्षक पर्यटन स्थल है. नवविवाहित कपल्स के लिए यहाँ बहुत कुछ है,जहाँ पार्टनर के साथ क्वालिटी समय बिताया जा सकता है. सभी तटों पर नारियल और सुपारी की पेड़ होने की वजह से यह स्थान उष्ण कटिबंधीय समुद्र तट जैसा प्रतीत होता है. यहाँ का मौसम बहुत सुहावना होता है. तापमान 36 डिग्री सेल्सियस होती है.यहाँ की हवा प्रदूषण रहित और ताज़ी है, जिसकी वजह से यहाँ आने वाले व्यक्ति को ये स्थान स्वर्ग के जैसा प्रतीत होता है. यहाँ का कोलाबा किला छत्रपति शिवाजी महाराज द्वारा बनाया गया है. यहाँ पर समुद्र की रेत कही काली तो कही सफ़ेद दिखाई पड़ती है, दूर तक समुद्र ही समुद्र दिखाई पड़ती है, ऐसे में अपने प्यार के साथ समय बिताना भला किसे पसंद नहीं होगा.
यह स्थान मुंबई से 30 किलोमीटर की दूरी पर है, जिसे रेल, बस या समुद्री पथ से जाया जा सकता है. यहाँ दर्शनीय स्थल, जैसेडूबते सूरज को देखना, समुद्र के पानी में मस्ती करना,अलीबाग बीच, किहीम बीच, अक्षई बीच,नागाओन बीच, कनकेश्वर वन, जंजीरा किला आदि कई है. इसके अलावा यहाँ कई गुफाएं भी है, जो प्राचीन कलाकृतियों का अद्भुत संगम की धरोहर है. यहाँ होटल, रिसोर्ट और अपार्टमेंट बजट के अनुसार मिल जाते है. समुद्र तट पर होने की वजह से यहाँ की मछलियाँ खास है. इससे बनी कई डिशेज का आनंद भी यहाँ लिया जा सकता है.