रमिंदर सिंह नारंग
चेयरमैन, रोजा हर्बल केयर (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड
रोमाना हर्बल केयर प्राइवेट लिमिटेड
‘लुक गुड, फील ग्रेट’ यानी ‘अच्छे दिखो, अच्छा महसूस करो’, यह पंच लाइन है रोजा हर्बल केयर प्राइवेट लिमिटेड के चेयरमैन रमिंदर सिंह नारंग की, जो हर्बल कौस्मैटिक्स के क्षेत्र में बहुत बड़ा नाम बन चुकी अयूर कंपनी के भी संस्थापक सदस्य हैं. रमिंदर सिंह नारंग के दिशानिर्देशन में उन के बेटे दीपिंदर सिंह नारंग और राव चरण सिंह नारंग 2 जानीमानी कंपनियों-रोमाना हर्बल और रोजा हर्बल केयर के माध्यम से सौंदर्य के क्षेत्र में हर्बल उत्पादों की एक बेहतरीन शृंखला हर्बल केयर के जरिए खासी ख्याति प्राप्त कर रहे हैं.
70 के दशक में कौस्मैटिक के क्षेत्र से अपने कैरियर की शुरुआत करने वाले रमिंदर सिंह नारंग ने जड़ीबूटियों, फलों, फूलों और खुशबुओं से बने सौंदर्य उत्पादों से अपने ग्राहकों को परिचित कराया. चाहे वह अयूर हो, रोमाना हर्बल हो या फिर रोजा हर्बल केयर, उन की इन कंपनियों द्वारा निर्मित हर्बल सौंदर्य उत्पादों और सौंदर्य के प्रति बढ़ती जागरूकता ने ग्राहकों में हर्बल सौंदर्य प्रसाधनों के प्रति गजब का आकर्षण पैदा किया है.
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सौंदर्य प्रसाधन के तौर पर जड़ीबूटियों के इस्तेमाल को सदियों से सराहा गया है और परंपरागत रूप से अनेक हर्बल नुसखों के जरिए कई तरह के सौंदर्य प्रसाधनों को तैयार कर नारंग परिवार महिलाओं की सेहत और सौंदर्य की सुरक्षा बेहतर तरीके से कर रहा है. इस बारे में उन्होंने गृहशोभा के साथ अपने तमाम अनुभव और भावी योजनाओं को साझा किया.
प्रस्तुत हैं रमिंदर सिंह नारंग एवं उन के बेटों दीपिंदर सिंह नारंग और राव चरणसिंह नारंग से हुई बातचीत के कुछ खास अंश:
सवाल- रोजा हर्बल केयर एवं रोमाना हर्बल प्रोडक्ट्स अन्य कौस्मैटिक कंपनियों के उत्पादों से किस तरह भिन्न और बेहतर हैं?
जैसाकि नाम से ही जाहिर है कि रोजा हर्बल केयर प्रोडक्ट अर्थात हर्ब से बने उत्पाद अर्थात जड़ीबूटियों द्वारा निर्मित प्रोडक्ट हैं. भारतीय वातावरण और भारतीय महिलाओं की स्किन और हेयर टाइप को देखते हुए हमारे सभी उत्पाद प्राकृतिक चीजों से तैयार किए जाते हैं. आप की किचन में ऐसी बहुत सी चीजें होती हैं जैसे हलदी, चंदन, दालचीनी, नीम, मुल्तानी मिट्टी, दही, केला, खीरा, नींबू आदि, जिन्हें आप आमतौर पर अपनी सुंदरता को निखारने के लिए इस्तेमाल करती रही हैं. आप जानते हैं कि इन चीजों से आप की स्किन को कोई नुकसान नहीं होता है. हम भी इन्हीं तत्वों का इस्तेमाल क्रीम, शैंपू, साबुन आदि बनाने के लिए करते हैं. इन के अलावा कुछ खास जड़ीबूटियां, औयल, खुशबू और विभिन्न फूलों के रस हैं, जिन का इस्तेमाल हम कौस्मैटिक्स बनाने के लिए करते हैं. ये सब प्राकृतिक चीजें हैं, जो आप की त्वचा और बालों की सुंदरता को निखारने में महत्त्वपूर्ण रोल निभाती हैं. हमारे पास बाकायदा लैब हैं, जिन में रिसर्च होती रहती है. आज का ग्राहक काफी जाग्रत है. वह हर्बल चीजों के महत्व को समझ रहा है और उनके इस्तेमाल से होने वाले फायदे भी देख रहा है. रोजा हर्बल केयर प्रोडक्ट्स अपने ग्राहकों की हर जरूरत को पूरा कर रहे हैं.
सवाल- आने वाले समय में आप की क्या नई योजनाएं हैं?
देखिए, कौस्मैटिक्स 2 प्रकार के होते हैं. नैचुरल कौस्मैटिक्स और कलर कौस्मैटिक्स. ये दोनों ही डेली यूज के कौस्मैटिक्स हैं. नैचुरल कौस्मैटिक्स में फेस क्रीम, बौडी लोशन, मसाज क्रीम, शैंपू, सोप, फेस वाश इत्यादि आते हैं, जबकि कलर कौस्मैटिक्स में काजल, लिपस्टिक, मस्कारा, आईलाइनर, ब्लशर, हाईलाइटर, नेलपौलिश आदि आते हैं. अभी तक हमने नैचुरल हर्बल कौस्मैटिक्स ही मार्केट में उतारे हैं. आने वाले सालों में हम हर्बल बेस्ड कलर कौस्मैटिक्स भी बाजार में उतारने जा रहे हैं. हमारी कोशिश है कि हम अपना हर उत्पाद बेहतर से बेहतर बनाएं ताकि ग्राहक को कम दाम में अच्छी चीजें मिल सकें. इस के साथ ही मैं बताना चाहता हूं कि हमारे प्रोडक्ट्स को हर्बल बेस्ड होने के कारण पार्लर्स में भी खूब पसंद किया जा रहा है. हम ने हाल में ही हर्बल फेशियल क्रीम लौंच की है, जिस का स्किन पर रिजल्ट बहुत अच्छा आता हैं. हमारी मसाज क्रीम भी खूब पसंद की जा रही है. आने वाले वक्त में हम पार्लर प्रोडक्ट्स का उत्पादन भी बढ़ाने वाले हैं.
सवाल- मार्केट में अन्य कौस्मैटिक कंपनियों से जो प्रतिस्पर्द्धा है, उसे आप कैसे हैंडल करते हैं?
हम यह मानते हैं कि हमारी किसी से कोई प्रतिस्पर्द्धा नहीं है. रैप्यूटेड ब्रैंड भारतीय ग्राहकों के लिए बहुत ज्यादा महंगे हैं. वे उत्पाद एक खास क्लास के लिए हैं. अन्य कंपनियों के प्रोडक्ट्स के मुकाबले हमारे प्रोडक्ट्स सस्ते हैं. हमारे प्रोडक्ट्स मध्यवर्गीय से ले कर उच्च मध्यवर्गीय लोगों की जेब के हिसाब से बनाए गए हैं. यह बहुत बड़ा ग्राहक वर्ग है, जिस की जरूरतों को ध्यान में रख कर हम अपने हर्बल प्रोडक्ट्स बनाते हैं. हम अपने ग्राहकों के स्वास्थ्य और सुंदरता को ले कर हमेशा चिंतित रहते हैं, इसलिए हम क्वालिटी मैंटेन करते हैं, साथ ही उन की जेब का खयाल भी रखते हैं. अन्तरराष्ट्रीय कंपनियों के उत्पाद काफी महंगे होते हैं, अत: उच्च वर्ग की महिलाएं भी उन में से 1-2 चीजें ही ले पाती हैं, जबकि हमारे प्रोडक्ट्स की पूरी शृंखला वे आसानी से खरीद सकती हैं. अन्य कंपनियों के मुकाबले हमारे दाम कम हैं और क्वालिटी बेहतर है. पौकेट फ्रैंडली होने के कारण इस की रेंज को खरीदने के लिए ग्राहक को सोचना नहीं पड़ता है. अगर प्रोडक्ट बढि़या है तो मार्केट बढ़ेगी ही. इसलिए मैं कह सकता हूं कि मार्केट में डाइरैक्ट कंपीटिशन में हमारे सामने कोई नहीं है.
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सवाल- आज की महिला नैचुरल दिखना चाहती है. आप उस की चाहत को पूरा करने में किस प्रकार मददगार बन रहे हैं?
नैचुरल ब्यूटी को उभारने के लिए ही हम हर्ब आधारित प्रोडक्ट्स बनाते हैं. हमारे प्रोडक्ट्स रोजमर्रा के जीवन में काम आने वाले प्रोडक्ट हैं. लाइट मेकअप और रैग्युलर डेली यूज आइटम्स हम बना रहे हैं. हम प्राकृतिक खूबसूरती को निखारने के लिए हर्बल शैंपू, सोप, लोशन, क्रीम आदि बनाते हैं. हम बहुत ज्यादा रिसर्च वर्क करते हैं ताकि प्रोडक्ट्स की क्वालिटी को बेहतर से बेहतर बनाया जा सके और हमारे ग्राहक जब इन प्रोडक्ट्स को यूज करें तो उन्हें ऐसा महसूस ही न हो कि उन्होंने मेकअप थोप रखा है. बहुत सारी कंपनियां ऐंटीएजिंग क्रीम, ऐंटीरिंकल क्रीम या आंखों के नीचे काले घेरे खत्म करने वाली क्रीम बनाती हैं, जो बहुत महंगे दाम में बिकती हैं, लेकिन हमारा एक ही प्रोडक्ट इन सारी समस्याओं का समाधान कर देता है. हमारी फेस क्रीम लगाने के बाद ऐंटीएजिंग या ऐंटीरिंकल क्रीम की जरूरत ही नहीं रह जाती है. हम जड़ीबूटियों और घरेलू किचन की चीजों से जो फेस क्रीम तैयार करते हैं वह आप की पूरी स्किन पर समान प्रभाव डालती है और स्किन की खराब कोशिकाओं को समाप्त कर खूबसूरती को अंदर से निखारती है. इस से आप के चेहरे की झुर्रियां आंखों के काले घेरे सब दूर हो जाते हैं और इस का कोई भी साइड इफैक्ट नहीं होता है.
सवाल- आप का कोई यूनीक प्रोडक्ट भी है जिसे अन्य कम्पनियां नहीं बनाती हैं?
जी हां, हम ने हाल ही में सिख पुरुषों के लिए हेयर फिक्सर लौंच किया है. यह उन के डेली यूज में एक जरूरी चीज बन गया है. उन के दाढ़ी के बालों को टाईअप करने के लिए यह बहुत जरूरी आइटम है. यह रोजा हेयर फिक्सर के नाम से मार्केट में है. इसी के साथ हम ने महिलाओं के लिए 3 तरह के हर्बल बेस्ड शैंपू लौंच किए हैं. आजकल बालों को कलर करवाने का काफी रिवाज है. स्कूल गर्ल्स से ले कर उम्रदराज महिलाएं तक अपने बाल कलर करवा रही हैं. पुरुष भी इस मामले में पीछे नहीं हैं. आप ने देखा होगा कि हेयर कलर हफ्ते 15 दिन में उतरने लगता है. हम ने इसी बात को ध्यान में रख कर वीट प्रोटीन शैंपू मार्केट में उतारा है. यह कलर लौकिंग शैंपू है, जो हेयर कलर को सस्टेन और रिटेन करने का काम करता है. दूसरा शैंपू ग्रीन ऐप्पल शैंपू के नाम से मार्केट में है जो ऐंटीटैंगल शैंपू है. यह उन महिलाओं के लिए है जिन के बाल लंबे और घने हैं और जो धोने के बाद उलझ कर कड़े हो जाते हैं और कंघी करने पर टूटते हैं. हमारे ऐंटीटैंगल शैंपू को यूज करने से बाल बहुत मुलायम और बिलकुल सीधे हो जाते हैं. स्ट्रेटनिंग की शौकीन महिलाओं को यह शैंपू यूज करना चाहिए. तीसरा शैंपू है हेयर एंड स्कैल्प ऐंटीडैंड्रफ शैंपू, जो आम जरूरत का शैंपू है. आजकल पर्यावरण प्रदूषण के चलते डैंड्रफ या रूसी आम समस्या बन गई है. हमारा यह शैंपू डैंड्रफ को कंट्रोल कर बालों को हैल्दी बनाता है.
सवाल- औनलाइन शौपिंग ने कौस्मैटिक बाजार को किस तरह प्रभावित किया है?
औनलाइन शौपिंग से कौस्मैटिक मार्केट में बड़ा उछाल आया है. आज ज्यादातर महिलाएं नौकरीपेशा हैं. बाजार घूमने और शौपिंग करने का उन के पास वक्त नहीं है, मगर औफिस में कंप्यूटर और लैपटौप पर सारा बाजार उन के सामने है. वे कहीं भी बैठेबैठे अपने मनपसंद कौस्मैटिक्स और्डर दे कर मंगा सकती हैं. कपड़े, ज्वैलरी या फुटवियर महिलाएं मौल में ट्राई कर के ही लेना पसंद करती हैं, मगर कौस्मैटिक्स ऐसी चीज है जिसे आप औनलाइन और्डर कर के मंगा सकते हैं. इस की पूरी रेंज आप की आंखों के सामने होती है. हमारे भी औनलाइन ग्राहक बढ़ते जा रहे हैं. ज्यादातर ग्राहक हर्बल बेस्ड कौस्मैटिक्स ही ढूंढ़ते हैं, जिन का कोई साइड इफैक्ट न हो. हमारे उत्पाद पूरी तरह हर्बल बेस्ड हैं और अन्य कंपनियों के उत्पादों के मुकाबले कम दाम के हैं. हम कई प्रोडक्ट्स के साथ अन्य चीजों के फ्री सैंपल्स भी देते हैं, जिस से ग्राहक आकर्षित होता है. औनलाइन खरीद पर हम उन्हें डिस्काउंट भी देते हैं और कभीकभी कोई अच्छी स्कीम भी पेश करते हैं, जिस को ले कर हमारा ग्राहक काफी उत्साहित रहता है. हमारे कई ऐसे गाहक हैं, जिन्होंने हर्बल प्रोडक्ट्स के विज्ञापन देखे और फिर हमें औनलाइन ढूंढ़ा. अभी हम दक्षिण भारत के बाजारों तक अपनी पहुंच कम बना पाए हैं, मगर इंटरनैट द्वारा हमारे प्रोडक्ट्स वहां तक पहुंच गए हैं. दक्षिण भारतीय ग्राहक औनलाइन और्डर करके हमारे हर्बल बेस्ड कौस्मैटिक्स मंगाते हैं. हम भी तय समय में कुरियर के द्वारा उन का आर्डर पूरा करते हैं. उन्हें औफर्स और डिस्काउंट भी देते हैं. औनलाइन शौपिंग ने हमारी पहुंच पूरे भारत में ही नहीं, विदेशों तक कर दी है. प्रोडक्ट्स के बारे में ग्राहक औनलाइन सवाल भी खूब करते हैं. हमारे ब्यूटी एडवाइजर औनलाइन ग्राहकों के सवालों के जवाब देते हैं, जिन से वे संतुष्ट होते हैं. हम ने अपनी साइट पर ग्राहकों को टोलफ्री नंबर भी उपलब्ध कराया है.
सवाल- अयूर से ले कर रोजा हर्बल केयर तक की यात्रा में क्या उतारचढ़ाव रहे?
मैं ने 1976 में बीएससी की थी. शुरू से ही मेरा झुकाव बिजनैस की ओर था. फिर अपने 2 भाइयों के साथ मैं ने कौस्मैटिक्स के क्षेत्र में कदम रखा. 1979 में हमारी कंपनी का रजिस्ट्रेशन दिल्ली में हुआ. सब से पहले हम ने जो प्रोडक्ट बनाया, वह था हेयर डाई. उन दिनों बहुत कम कंपनियां हेयर डाई बनाती थीं. यह ऐसा प्रोडक्ट है जो डेली यूज का नहीं है. 15 दिन या महीनेभर के बाद इस्तेमाल किया जाता है. नई कंपनी का माल लोग जल्दी नहीं उठाते हैं. उसे शंका की नजर से देखते हैं कि पता नहीं कैसा होगा. जब हम मार्केट में अपनी हेयर डाई के साथ उतरे तब 5 तरह की डाइयां आ रही थी, उन्हीं के बीच हमारी भी डाई रखी गई. हमारे रेट भी उन से कम थे, फिर भी हमारी डाई नहीं बिकी. हम बड़े परेशान हुए. तब रिटेलर्स ने कहा कि इस हेयर डाई के साथ जो डैवलपर है, अगर सिर्फ वही हम मार्केट में रखें तो वह बिक जाएगा. फिर हम ने सिर्फ डैवलपर बनाना शुरू किया और रिटेलर्स को वही बेचा. धीरेधीरे हम ने अपना बिजनैस बढ़ाया.
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1984 में हम ने अपना ट्रैंड चेंज किया और हम हर्बल कौस्मैटिक्स की तरफ बढ़े. 1985 से 2008 तक हम ने कई अच्छे हर्बल कौस्मैटिक्स सस्ते दामों में अपने ग्राहकों को दिए और ग्राहकों ने उन्हें खूब पसंद किया.
सवाल- रोमाना हर्बल और रोजा हर्बल केयर कंपनियों की स्थापना के बारे में कुछ बताएं?
2009 में मेरा बड़ा बेटा दीपिंदर सिंह नारंग अपनी कालेज की पढ़ाई खत्म करने के बाद हमारे बिजनैस से जुड़ा और उस ने बतौर डाइरैक्टर कंपनी ज्वौइन की. उस ने मार्केट सर्वे कराया. प्रोडक्ट्स की नई पैकेजिंग करवाई और विज्ञापनों पर ज्यादा ध्यान दिया. ग्राहक और मार्केट की जरूरत को देखते हुए सौंदर्य से जुड़े कई नए प्रोडक्ट्स भी बने. दीपिंदर ने रोमाना हर्बल के अंतर्गत कौस्मैटिक्स की बहुत बड़ी रेंज को मार्केट में उतारा. 2015 में मेरे दूसरे बेटे राव चरणसिंह नारंग ने बतौर सीईओ कंपनी जौइन की. इसी के साथ रोजा हर्बल केयर कंपनी की भी नींव पड़ी. मार्केटिंग का पूरा जिम्मा राव चरणसिंह नारंग ने अपने कंधों पर लिया. उस ने ग्राहकों की जरूरतों और ख्वाहिशों पर ध्यान दिया. उसे महसूस हुआ कि अच्छे विज्ञापनों के बिना हम अपने ग्राहकों तक पहुंच नहीं बना सकते हैं, इसलिए नए और बेहतर विज्ञापन शूट कराए गए. हम ने टीवी विज्ञापनों की तरफ भी कदम बढ़ाया और कई ऐक्जीबिशंस भी आयोजित करवाईं. पंजाबी फिल्मों की एक मशहूर ऐक्ट्रैस से विज्ञापन के लिए टाईअप हुआ तो हमारे प्रोडक्ट्स की पब्लिसिटी बढ़ी. इस के साथ ही हम ने दिल्ली बेस्ड मौडल्स को भी अपने विज्ञापनों में मौका दिया और अपने उत्पादों पर उन को प्रकाशित किया. फिर तो हमारे प्रोडक्टस को भी पौपुलैरिटी मिलनी शुरू हो गई. इस तरह धीरेधीरे हमारी गाड़ी ने रफ्तार पकड़ ली.
रोजा हर्बल केयर बच्चों और युवाओं को प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न प्रतियोगिताओं जैसे ब्यूटी कौंटैस्ट, डांस प्रतियोगिता और मैराथन इत्यादि स्पौंसर करती है.