कमर के नीचे पहनी जाने वाली स्कर्ट आजकल महिलाओं में बहुत लोकप्रिय है. एक प्रकार से घाघरा और पेटीकोट का आधुनिक रूप है स्कर्ट. फैशन इंडस्ट्री में आये बदलावों से आजकल बाजार में भांति भांति के फेब्रिक, स्टाइल, लेंथ और डिजाइन्स की स्कर्ट मौजूद हैं. आजकल डेली यूज़ से लेकर शादी समारोह जैसे बड़े आयोजन में भी स्कर्ट अपना जादू बिखेर रही है. यही नहीं विभिन्न स्टाइल की स्कर्ट पहनकर आप अपने व्यक्तित्व में चार चांद लगा लेती हैं. स्कर्ट के कुछ लोकप्रिय स्टाइल इस प्रकार हैं-
-मर्मेड स्कर्ट
मर्मेड अर्थात जलपरी, इसे फिशकट स्कर्ट भी कहा जाता है. ऊपर से संकरी और नीचे से घेरदार यह स्कर्ट देखने में एकदम जलपरी जैसी लगती है. चूंकि यह कमर से लेकर घुटने के नीचे तक एकदम फिट होती है इसलिए यह दुबली पतली छरहरे बदन वाली महिलाओं पर खूब फबती है. इसे पहनते समय बहुत ध्यान से चलना होता है क्योंकि यह नीचे से बहुत अधिक घेरदार होती है. आमतौर पर इसे बनाने के लिए लिनेन या जॉर्जेट जैसे नरम फेब्रिक का प्रयोग किया जाता है.
-बॉक्स प्लीटेड स्कर्ट
सामान्य घेर वाली यह स्कर्ट हर बेहद आरामदायक और हर साइज की महिलाओं पर अच्छी लगती है. इसे कपड़े पर लगभग 3 से 4 इंच चौड़ी चौड़ी बॉक्स जैसी दिखने वाली प्लीट्स बनाया जाता है. स्कूली छात्रों और नर्सेज की स्कर्ट में अक्सर इन्हीं प्लीट्स का प्रयोग किया जाता है. पैंट जैसे मोटे फेब्रिक से इसे बनाना उचित रहता है साथ ही इसकी बॉक्स प्लीट्स को प्रेस के द्वारा मेन्टेन करना आवश्यक होता है.
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-हिप्पी स्कर्ट
हिप्पी शब्द का शाब्दिक अर्थ है समाज के नियम कायदों को न मानने वाला. हिप्पी स्टाइल इंडियन और वेस्टर्न दोनों का ही प्रतिनिधित्व करता है. इसे हल्के और पतले फेब्रिक से छोटी छोटी प्लीट्स से अलग अलग रंगों से मिक्स मैच करके अथवा एक रंग से बनाया जाता है.
-रेट्रो विद डेनिम
यह स्टाइल 60 के दशक के बहु प्रचलित स्टाइल था. इसे डेनिम फेब्रिक से विभिन्न डिजाइन्स में बनाया जाता है. यह सामने से 3-4 इंच तक खुली, बॉडी फिट और घुटनों से ऊपर तक ही होती है. यह पतली, दुबली और छरहरे बदन वाली महिलाओं और लड़कियों पर अच्छी लगती है.
-नाइफ स्टाइल प्लीटेड
बॉक्स प्लीट्स को जहां दोनों तरफ से फोल्ड करके बनाया जाता है वहीं नाइफ स्टाइल प्लीट्स को एक ही दिशा में फोल्ड करके लगभग 1-1इंच की प्लीट्स डालकर मोटे फेब्रिक से बनाया जाता है. इसे हर तरह की पर्सनैलिटी पर पहना जा सकता है.
-पेंसिल स्कर्ट
यह हर उम्र और हर बॉडी शेप पर फबती है परन्तु इसके साथ टॉप और फुटवेयर की पेयरिंग करना बहुत जरूरी होता है. मसलन गहरे रंग की पेंसिल स्कर्ट के साथ टक इन प्लेन शर्ट, प्लैन ब्लैक स्कर्ट के साथ प्लेन ब्लैक ब्लाउज और गर्मियों में फ्लोरल प्रिंट टॉप अच्छा लगेगा. इसके साथ फुटवेयर के तौर पर ब्लॉक हील सैंडल या बूट्स पहनना उचित रहता है.
-लॉन्ग स्कर्ट
यह भी प्रत्येक उम्र और बॉडी शेप पर अच्छी लगती है. यह फ्लो लेंथ वाले प्लेन और प्रिंटेड फेब्रिक से कमर से पंजों तक की लम्बाई में ओरेव और चुन्नट दोनों प्रकार से बनाई जाती है. इसकी खासियत है कि आप इसकी स्टाइलिंग विविध प्रकार से कर सकतीं हैं. इसके साथ डेनिम जैकेट भी बहुत अपीलिंग लगती है.
इसके अतिरिक्त मिनी स्कर्ट, माइक्रो मिनी स्कर्ट, एसिमेट्रिकल भी स्कर्ट के कुछ अन्य प्रकार हैं.
पुरानी साड़ियों से बनाएं स्कर्ट
आप अपनी कवर्ड में रखीं उन साड़ियों से भी बहुत अच्छी और यूनिक डिजाइन की स्कर्ट बड़ी आसानी से बना सकतीं हैं जिन्हें आप प्रयोग नहीं कर रहीं हैं. साड़ी से स्कर्ट बनाते ध्यान रखें कि यदि साड़ी का फेब्रिक मोटा है तो पतला और यदि फेब्रिक पतला है तो अस्तर के लिए मोटे फेब्रिक का प्रयोग करें. साड़ी से आप प्लीटेड, लांग, नाइफ स्टाइल और हिप्पी स्टाइल स्कर्ट बड़ी आसानी से बना सकतीं हैं. साड़ी से स्कर्ट बनाते समय उसके बॉर्डर को निकाल देना उचित रहता है. पल्लू यदि बहुत अच्छे डिजाइन का है तो उससे ब्लाउज या टॉप बनाया जा सकता है.
रखें कुछ बातों का ध्यान
-यदि आप ऑफिस में पहनने के लिए स्कर्ट खरीद रहीं हैं तो नी लेंथ तक कि स्कर्ट खरीदें ताकि उसे पहनने पर आप ऑड न लगें.
-डेट, डिनर अथवा हॉलीडे आदि के लिए स्कर्ट अपनी बॉडी शेप को ध्यान में रखकर खरीदें. यदि आपके पैर बहुत अधिक मोटे हैं तो मिनी स्कर्ट खरीदने से बचें.
-फेब्रिक पर अवश्य ध्यान दें कि वह बहुत पारदर्शी तो नहीं है. आजकल बाजार में ट्विल, सिल्क, लिनेन, वूल, कॉटन, विस्कॉस जैसे अनेकों फेब्रिक में स्कर्ट मौजूद हैं. मुलायम या नरम फेब्रिक हिप लाइन पर चिपक जाता है वही मोटा फेब्रिक आपके लोअर बॉडी को शेप दे देता है.
-ध्यान रखें कि स्कर्ट आपकी कमर पर अच्छी तरह फिट होनी चाहिए न अधिक ढीली और न अधिक टाइट अर्थात जिसे पहनकर आप कम्फर्टेबल फील करें.
-नी अथवा उससे कम लेंथ की स्कर्ट पहनकर कुर्सी पर बैठते समय अपने घुटनों को पास पास रखें अथवा पैरों को क्रॉस करके या फिर एक एंकल को दूसरे के पीछे रखें.